नई दिल्ली। ऑपरेशन सिंदूर के बाद प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने आज देश को संबोधित किया। प्रधानमंत्री मोदी ने ऑपरेशन सिंदूर की सफलता पर देश के सैनिकों के शौर्य को सलाम किया। पीएम मोदी ने साफ तौर पर कहा कि भारत ने पाकिस्तान, आतंकवादियों के साथ खड़ा है।
अगर पाकिस्तान से बात होगी तो आतंकवाद और गुलाम कश्मीर पर ही होगी। पहलगाम हमले के बाद भारतीय सेना ने पाकिस्तान और गुलाम कश्मीर पर सैन्य कार्रवाई करते हुए पाकिस्तान ने 9 आतंकी ठिकानों को निशाना बनाया था।
इसके बाद पाकिस्तान ने बौखलाहट में भारत पर 400 से ज्यादा ड्रोन दागे। हालांकि, भारतीय एयर डिफेंस ने सभी ड्रोन को मार गिराया। चार दिनों तक चले सैन्य तनाव के बाद शनिवार शाम दोनों देशों ने सीजफायर का एलान किया।
भारतीय सेनाओं पर पूरे देश को नाज है: राजनाथ सिंह
पीएम मोदी के राष्ट्र के नाम पर संबोधन किए जाने के बाद रक्षा मंत्री राजनाथ सिंह ने कहा, राष्ट्र के नाम अपने संबोधन में आज प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने ने आतंकवाद के खिलाफ भारत की नीति को पूरी दुनिया के सामने बड़ी स्पष्टता और दृढ़ता के साथ रख दिया है। उनका संबोधन न केवल भारत की भावना की अभिव्यक्ति है, बल्कि यह हमारे देश के सैन्य, कूटनीतिक और नैतिक बल की प्रस्तुति भी है।
राजनाथ सिंह ने आगे कहा कि प्रधानमंत्री जी ने यह भी साफ कर दिया है कि भविष्य में अगर पाकिस्तान से कभी बात होगी तो केवल आतंकवाद और पीओके पर ही बात होगी। भारतीय सेनाओं के शौर्य और पराक्रम की भी उन्होंने खुल कर सराहना की है। भारतीय सेनाओं पर पूरे देश को नाज है। मैं प्रधानमंत्रीजी को उनके सशक्त नेतृत्व के लिए धन्यवाद देता हूं।
पाकिस्तान के हर हमले को भारत ने किया बेअसर: पीएम
पीएम मोदी ने कहा कि भारत द्वारा आतंकवादी ठिकानों पर किए गए निर्णायक हमले ने पाकिस्तान को झकझोर कर रख दिया, जिससे उसका नेतृत्व सकते में आ गया। आतंकवाद के खिलाफ भारत के प्रयासों का समर्थन करने के बजाय, पाकिस्तान ने हमारे धार्मिक स्थलों, स्कूलों, नागरिक घरों और सैन्य प्रतिष्ठानों पर हमले करके जवाबी कार्रवाई की। हालांकि, इस शत्रुता ने पाकिस्तान की कमजोरियों को उजागर करने का ही काम किया।
पीएम मोदी ने आगे कहा कि दुनिया ने देखा कि कैसे पाकिस्तान की मिसाइलों और ड्रोनों को भारत की उन्नत और मजबूत रक्षा प्रणालियों ने आसानी से बेअसर कर दिया, और उनके आक्रमण को हवा में ही ताश के पत्तों की तरह ध्वस्त कर दिया। जबकि पाकिस्तान ने भारत की सीमाओं को निशाना बनाने का लक्ष्य रखा था, भारत ने रणनीतिक रूप से जवाब दिया, उनके मुख्य बुनियादी ढांचे पर सटीक प्रहार किया।