नई दिल्ली , एजेंसी। जापान की राजधानी टोक्यो में खेले जा रहे ओलंपिक गेम्स अपने आखिरी चरणों में पहुंच चुके हैं। टूर्नामेंट शुरू होने से पहले उम्मीद जताई जा रही थी कि भारत इस बार ओलंपिक इतिहास में सबसे बेहतर प्रदर्शन करेगा। ऐसा हुआ भी। मेरीकम और अमित पंघाल जैसे कई बड़े खिलाड़ियों के बाहर होने के बाद भी भारत ने खेलों के इस महाकुंभ को अपना सबसे सफल ओलंपिक बना दिया।
ओलंपिक इतिहास की बात करें, तो भारत के नाम अब तक कुल 35 पदक हैं। इनमें 10 स्वर्ण, नौ रजत और 16 कांस्य पदक शामिल हैं। सबसे ज्यादा आठ स्वर्ण पदक भारत की हकी टीम ने जीते हैं। देश के नाम व्यक्तिगत स्पर्धा में दो गोल्ड हैं, जो अभिनव बिंद्रा ने 2008 के बीजिंग ओलंपिक के दौरान शूटिंग और इसी साल नीरज चोपड़ा ने जैवलिन थ्रो में जीता है।
सबसे बेहतरीन ओलंपिक अभियान की बात करें, भारत ने 2012 लंदन आलंपिक को पीटे छोड़ते हुए टोक्यो ओलंपिक में 7 पदक अपने नाम किए हैं। इससे पहले लंदन में भारत के नाम कुल छह पदक थे। आइए जानते हैं टोक्यो में किन खिलाड़ियों ने भारत का नाम रोशन किया।