जयन्त प्रतिनिधि।
थलीसैंण : राजकीय स्नातकोत्तर महाविद्यालय थलीसैंण में आईक्यूएसी, राष्ट्रीय सेवा योजना एवं राजनीति विज्ञान विभाग के संयुक्त तत्वावधान में उत्तराखण्ड में समान नागरिक संहिता विषय पर कार्यशाला का आयोजन किया गया। जिसमें छात्र-छात्राओं को यूसीसी के बारे में विस्तार से जानकारी दी गई।
बुधवार को आयोजित कार्यशाला में राजनीति विज्ञान विभाग प्रभारी डॉ. विकास प्रताप सिंह ने संदर्भदाता के रुप में समान नागरिक संहिता के विभिन्न पहलुओं पर प्रकाश डाला। उन्होंने बताया कि भारत में विवाह, तलाक, गोद लेने और उत्तराधिकार को लेकर विभिन्न धर्मों के अपने पर्सनल लॉ है। उत्तराखण्ड पहला ऐसा राज्य है, जिसमें समानता, निष्पक्षता और सुव्यवस्थित शासन के उद्देश्य से समान नागरिक संहिता राज्य में लागू किया है। कहा कि 25 जनवरी, 2025 से पूरे प्रदेश में लागू इस कानून में पुरुषों के साथ ही महिलाओं को भी समानांतर अधिकार प्राप्त होंगें। उन्होंने समान नागरिक संहिता के विभिन्न प्रावधानों की विस्तार से जानकारी दी। इस मौके पर महाविद्यालय प्राचार्य डॉ. योगेन्द्र चन्द्र सिंह ने यूसीसी से जुड़े विषय पर जन जागरूकता के महत्व पर जोर दिया। कार्यशाला का संचालन सहायक प्राध्यापक अंग्रेजी विभाग डॉ. प्रमिल्ला चौहान ने किया।