निरीक्षण में तमाम खामिया मिलने पर बिफरे सूचना आयुक्त
रुद्रपुर। राज्य सूचना आयुक्त योगेश भट्ट ने नगर निगम कार्यालय का निरीक्षण किया। इस दौरान उन्हें कार्यालय में अभिलेखों के रखरखाव, रिकार्ड रूम में सुरक्षा के इंतजामों की अनदेखी सहित तमाम अनियमितताएं मिली। इससे बिफरे आयुक्त ने अधिकारियों और कर्मचारियों को व्यवस्था में सुधार लाने के कड़ी नसीहत दी। उन्होंने कहा कि सूचना अधिकार अधिनियम के तहत अभिलेखों और दस्तावेजों का खास महत्व है। इसमें असावधानी बरते जाने से कई लोग सूचना के अधिकार के तहत मांगी जाने वाली सूचनाओं से वंचित हो सकते हैं। बुधवार दोपहर में नगर निगम कार्यालय पहुंचे सूचना आयुक्त भट्ट सबसे पहले सफाई निरीक्षक के कार्यालय में पहुंचकर दस्तावेज और रजिस्टर देखा। इसके बाद डाक पटल में डाक की सूचना संबंधी रजिस्टर में अधूरी जानकारी मिलने पर उन्होंने नाराजगी जताई। रिकर्ड रूम के निरीक्षण के दौरान रूम की हालत काफह खराब मिली। सफाई के इंतजामों के अभाव में कमरे में मकड़ी के जाले लगे थे। सीसीटीवी, फाइलों की सुरक्षा का कोई इंतजाम नहीं मिला। सहायक नगर आयुक्त दीपक गोस्वामी व राजू नबियाल ने उन्हें बताया कि किसी को भी रिकर्ड रूम का इंचार्ज नहीं बनाया गया है। वहीं, सूचना आयुक्त ने नगर निगम से जब संपत्ति रजिस्टर मांगा, तो सब बगलें झांकने लगे। हड़बड़ी में एक कर्मचारी कोई दूसरा रजिस्टर ले आया। इस पर सूचना आयुक्त ने कड़ी फटकार लगाई। इसके बाद आयुक्त स्वयं सूचना का अधिकार पटल बैठ गए। जांच के दौरान अपीलीय रजिस्टर देखकर वह बिफर पड़े। उन्होंने यहां तक कह दिया कि लगता है निगम में सब मिलकर फर्जीवाड़ा कर रहे हैं। उन्होंने रजिस्टर जब्त करने और मामले में शिकायत करने की बात कही। उन्होंने कहा कि यदि निगम के उच्चाधिकारी निरीक्षण करते तो शायद व्यवस्थाएं ठीक होती। आयुक्त ने दो टूक कहा कि अगली बैठक में सभी कमियों को दुरुस्त किया जाए। इसके बाद उन्होंने निरीक्षण के मिली खामियों और सुधार के लिए नगर निगम के सभागार में कर्मचारियों के साथ बैठक की। इस दौरान उन्होंने कई महत्वपूर्ण दिशा-निर्देश दिए। इस दौरान मेयर रामपाल सिंह भी मौजूद रहे।