उत्तराखंड

पेयजल प्रबंधन और योजना के रखरखाव के बारे में दी जानकारी

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अल्मोड़ा। जल जीवन मिशन के तहत स्वच्छता समितियों के लिए तीन दिवसीय कार्यशाला आयोजित की गई। जिसमें ग्राम प्रधानों, पंचायत प्रतिनिधियों और जल एवं स्वच्छता समितियों के सदस्यों को पेयजल प्रबंधन और योजना के रखरखाव के बारे में बताया गया। कार्यशाला के अंतिम दिन गुरुवार को प्रतिभागियों को प्रशस्ति पत्र और प्रमाण पत्र दिए गए। धौलछीना में आयोजित तीन दिवसीय कार्यशाला में जेपीएस फाउंडेशन लखनऊ से आए विकास पांडे , एमएस रौतेला , पंकज बिष्ट , हरीश सिंह , भूपाल सिंह ने प्रशिक्षण दिया। प्रशिक्षकों को जल जीवन मिशन की अवधारणा, सुजल और स्वच्छ गांव, ग्राम पेयजल एवं स्वच्छता समिति की गठन प्रक्रिया, नल से जल योजना का रखरखाव एवं संचालन, जल की जांच, पेयजल सुरक्षा, सामुदायिक योगदान, प्रोत्साहन एवं अभिसरण, स्वच्छता एवं पर्यावरण जागरूकता के बारे में विस्तार से जानकारी दी। प्रशिक्षक समन्वयक विकास पांडे ने बताया कि विकासखंड भैंसियाछाना में प्रशिक्षण दो चरणों में कराया जाना है। पहले चरण में 10 ग्राम पंचायत समितियों को प्रशिक्षण दिया गया। दूसरे चरण में 25 से 27 मार्च तक 15 ग्राम पंचायत समितियों को प्रशिक्षण दिया जाएगा। कार्यशाला में मौजूद प्रशिक्षक हरीश सिंह ने कहां की केंद्र ओर राज्य सरकार जल जीवन मिशन के माध्यम से घर-घर पेयजल पहुंचाने को प्रतिबद्घ है। गांव का स्वच्छ पानी नाली में ना बहे घर घर में पानी का सदुपयोग हो इस दिशा में हम सभी की भूमिका महत्वपूर्ण है। इस अवसर पर ग्राम प्रधान कलोन चंदन सिंह मेहरा, धर्म सिंह, सुनीता देवी, महेंद्र सिंह, भवान सिंह, पूरन सिंह, नारायण सिंह आदि मौजूद रहे।

 

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