शारीरिक व मानसिक परिवर्तन की दी जानकारी
राजकीय इंटर कॉलेज बल्ली में आयोजित की गई कार्यशाला
जयन्त प्रतिनिधि।
कोटद्वार : अटल उत्कृष्ट राजकीय इंटर कॉलेज बल्ली में ‘ऐडोलसेंस एजुकेशन फोर गर्लस’ कार्यशाला का आयोजन किया गया। जिसमें प्राथमिक स्वास्थ्य केंद्र उत्तिर्छा की डा. खुशबू व डा. ऊषा, प्राथमिक स्वास्थ्य केंद्र उत्तिर्छा ने विद्यार्थियों को शारीरिक व मानसिक परिवर्तन की जानकारी दी।
कार्यशाला में डा. खुशबू ने बताया कि किशोरावस्था में शरीर व कई परिवर्तन होते हैं। जिससे जीवन में उनके क्या प्रभाव देखने को मिलते हैं। साथ ही उन्होंने विस्तृत रूप से समझाया की किशोरावस्था में होने वाले परिवर्तनों में किन-किन चीजों का ध्यान रखना आवश्यक है, जिससे स्वस्थ रुप से छात्र-छात्राओं का सर्वांगीण विकास हो सके। डॉ. ऊषा ने बताया कि किशोरावस्था में छात्र-छात्राओं में शारीरिक, मानसिक और संवेगात्मक परिवर्तन एक जटिल प्रक्रिया होती है, जिसका उनके व्यवहार पर अत्यंत गहरा प्रभाव पड़ता है। ऐसी स्थिति में उनके परिवार और विद्यालय की भूमिका भी महत्वपूर्ण हो जाती है, ताकि छात्राओं की सभी समस्याओं का समाधान हो सके, उनका सही दिशा में मार्गदर्शन हो सके। किशोरावस्था में होने वाले इन परिवर्तनों का छात्राओं को ज्ञान होना तो अत्यंत आवश्यक है। लेकिन, अभिभावकों को भी इसकी जानकारी होनी चाहिए। ‘ऐडोलसेंस एजुकेशन फोर गल्र्स कार्यक्रम’ प्रभारी रंजना बिष्ट ने छात्राओं को बताया कि किशोरावस्था में होने वाले परिवर्तन एक प्राकृतिक प्रक्रिया है। लेकिन कभी-कभी यह छात्राओं को अपने लक्ष्य की प्राप्ति में बाधक बन जाती है। छात्राओं को इनका ज्ञान होना अत्यंत आवश्यक है, जिससे वह शारीरिक, मानसिक और संवेगात्मक रूप से मजबूत हो सके एवं जीवन में आने वाली समस्याओं से मजबूती से लड़ सके। विद्यालय के प्रधानाचार्य युगजीत चंद्र सेमवाल ने कहा कि किशोरावस्था में शारीरिक, मानसिक और संवेगात्मक रूप से इतने सारे परिवर्तन होते हैं कि इसे ‘बड़े संघर्ष, तनाव और तूफान की उम्र’ भी कहा जाता है। किशोरावस्था में छात्र-छात्राओं की काउंसलिंग अत्यंत महत्वपूर्ण होती है।