काश्तकारों को दी जड़ी बूटी उत्पादन की जानकारी, कहा इससे बढ़ेगी काश्तकारों की आजीविका
जयन्त प्रतिनिधि।
पौड़ी। खिर्सू ब्लॉक के पोखरी, चलणस्यूं तथा मंगलाकोटी गावों के किसानों को विशेषज्ञों ने दी जड़ी बूटियों की जानकारी। कहा जड़ी बूटी का उत्पादन कर किसान अच्छी आजीविका प्राप्त कर सकते हैं ।
डाबर इन्डिया लि0 के वित्तीय सहयोग से जिवन्ति वैलफेयर एवं चैरिटेबल ट्रस्ट की एक दिवसीय जडी़ बूटी किसान कार्यशाला में उच्च शिखरीय पादप कार्यिकी शोध केन्द्र (हैप्रेक) व एचएनबी गढ़वाल विश्वविद्यालय द्वारा तकनिकी प्रशिक्षण दिया गया। उन्होंने समेवा तथा तेजपात की खेती को बढ़ावा दिये जाने के उद्देश्य से 5000 पौध वितरित की गयी। कार्यक्रम में बतौर मुख्य अतिथि वैद्य रामकृष्ण पोखरियाल ने कहा गया कि जडी़ बूटियों के संरक्षण के लिये कृषिकरण जरूरी है । जिसके लिये गढ़वाल विश्वविद्यालय के प्रयास सराहनीय है। उन्होंने कहा कि जो भी जडी़ बूटी संबंधित उत्पाद गांव वाले तैयार करेंगे उसको वो स्वयं दवाई बनाने हेतु खरीदेंगे। कार्यक्रम में बतौर अध्यक्ष पोखरी के प्रधान महादेव प्रसाद बहुगुणा ने कहा कि जानकारी के अभाव में इस क्षेत्र में लोगों के साथ जमीनी स्तर पर कार्य नहीं हो पा रहा है । जिसके लिये भविष्य में गढ़वाल विश्व विद्यालय से तकनीकी सहयोग लेकर जडी़ बूटी कृषिकरण को और अधिक बढावा देकर क्षेत्र के विकास में योगदान दिया जायेगा। कार्यक्रम में निरंकार महिला स्वयम सहायता समूह की अध्यक्षा दुर्गेश देवी ने कहा गया कि गांव में काम करने के इच्छुक किसानों के पास कम जमीन है। इसलिये जडी़ बूटी लगाने के लिये गांव के आस पास की खाली जमीन का उपयोग किया जाना चाहिये। प्रशिक्षण एवं पौध वितरण किसान कार्यशाला में विभिन्न क्षेत्रों के काश्तकार आदि मौजूद रहे।