उत्तराखंड

सहस्त्रधारा रोड की डिदेंस अकादमी में बाल आयोग का निरीक्षण

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देहरादून। बाल अधिकार संरक्षण आयोग की टीम ने जोश डिदेंस अकादमी सहस्रधारा रोड में औचक निरीक्षण कर कई खामियां पाई हैं। उक्त अकादमी संचालक को मय दस्तावेज के आयोग में तलब किया गया है। बाल आयोग अध्यक्ष ड़गीता खन्ना के निर्देश पर आयोग सदस्य विनोद कपरवाण के नेतृत्व में एक टीम ने सहस्रधारा रोड स्थित जोश डिदेंस अकादमी का औचक निरीक्षण किया। आयोग की टीम ने पाया कि जोश डिदेंस अकादमी का अपना निजी भवन नहीं था, किराए के भवन में अकादमी का संचालन किया जा रहा था। जिसका लीज डीड प्रस्तुत नहीं किया गया। अग्निशमन की एनओसी नहीं दिखाई गई। अकादमी में दो सीसीटीवी कैमरे लगे हैं, जिसका लिंक मोबाइल पर है। निरीक्षण के दौरान फीस से सम्बंधित कोई भी दस्तावेज उपलब्ध नहीं कराए गए। एनडीएस प्रशिक्षण से सम्बंधित कोई सक्षम शिक्षक नहीं था, शिक्षकों से सम्बंधित दस्तावेज नहीं दिए गए, अकादमी द्वारा जीएसटी, कोचिंग पंजीकरण भी नहीं दिखाया गया। बच्चों की फिजीकल ट्रैनिंग के लिए अकादमी में कोई भी मैदान की सुविधा नहीं है। कोचिंग अकादमी की अपनी कोई विवणिका नहीं है न ही सुरक्षा का कोई मापदंड निर्धारित है। आयोग सदस्यों ने अकादमी के छात्रों से फीस के बाबत जानकारी ली गई मगर किसी बच्चे ने कोई प्रतिक्रिया नहीं दी। सभी बच्चे अन्य प्रदेशों से अध्ययन के लिए संस्थान में अध्ययनरत हैं। स्थानीय व प्रदेश के बच्चों का अकादमी में अध्ययनरत न होने पर आयोग ने प्रश्नचिंह लगाया है। विनोद कपरुवाण ने बताया कि मुख्य सचिव के साथ हुई बैठक के बाद अवैधानिक तरीके से चल रही संस्थाओं पर नकेल कसने के लिए इस तरीके के निरीक्षण का क्रम शुरू किया गया है। आयोग ने अकादमी संचालक को दस्तावेजों समेत आयोग में तलब किया है। टीम में अपर सिटी मजिस्ट्रेट मायाराम जोशी, थानाध्यक्ष रायपुर नवीन जोशी, बाल आयोग से विधि अधिकारी ममता रौथाण, बाल मनोवैज्ञानिक निशांत इकबाल, विशाल चाचरा शामिल थे।

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