श्रद्धानन्द के विचारों से प्रभावित होकर, हजारों की संख्या में लोगों ने पुन: सनातन को अपनाया: सीएम
हरिद्वार। मुख्यमंत्री पुष्कर सिंह धामी ने कहा कि स्वामी श्रद्धानंद ने देश की समता के लिए जो प्रयास और संघर्ष किया, वह स्मरण करने का दिन भी है। स्वामी श्रद्धानंद महाराज ने 20वीं सदी के प्रारंभ में भारत में स्वतंत्रता और वैदिक शिक्षा का एक ऐसा आंदोलन खड़ा किया था, जिसने कट्टरपंथियों और अंग्रेजों की नींव हिलाने का काम किया था। उनके विचारों से प्रभावित होकर, हजारों की संख्या में दूसरे धर्म के लोगों ने पुनः सनातन को अपनाया था। उन्होंने ओल्ड गुरुकुल कांगड़ी विश्वविद्यालय में अमर हुतात्मा स्वामी श्रद्धानन्द महाराज के 99वें बलिदान दिवस पर आयोजित राष्ट्रभक्त महायज्ञ में भाग किया। उन्होंने कहा कि राज्य सरकार ने दून विश्वविद्यालय में सेंटर फॉर हिंदू स्टडीज की पढ़ाई प्रारम्भ करने का निर्णय लिया है। इसमें अनेक प्रकार के शोध और अनुसंधान के कार्य होंगे। इस केंद्र में हिंदू सभ्यता और संस्कृति से जुड़े हुए विभिन्न विषयों पर शिक्षण और शोध के कार्य के साथ अन्य नवाचार के कार्यों को भी आगे बढ़ाया जाएगा। उन्होंने कहा कि हम सब मिलकर सनातन संस्कृति के संवर्धन और वैदिक शिक्षा के प्रचार प्रसार के माध्यम से भारत को फिर से पुनः विश्व गुरू बनाने में अवश्य सफल होंगे।