अवैध हथियारों को जखीरे के साथ दबोचा अंतर्राज्जीय तस्कर

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रुद्रपुर(। एसटीएफ और ऊधमसिंह नगर पुलिस की संयुक्त कार्रवाई में एक अंतरराज्यीय हथियार तस्कर को भारी मात्रा में अवैध असलहे और कारतूसों के साथ गिरफ्तार किया गया है। आरोपी के कब्जे से चार अवैध ऑटोमेटिक पिस्टल (32 बोर), एक डबल बैरल बंदूक (12 बोर), 40 कारतूस और एक बाइक बरामद हुई है। एसटीएफ के मुताबिक, आरोपी उत्तराखंड, उत्तर प्रदेश और पंजाब तक अवैध हथियारों की सप्लाई में संलिप्त रहा है। गिरफ्तार आरोपी मो. आसिम पुत्र शकील अहमद, निवासी ग्राम धनसारा, थाना बाजपुर, जिला ऊधमसिंह नगर का रहने वाला है। जांच में खुलासा हुआ है कि आरोपी वर्ष 2016 में पंजाब के चर्चित नाभा जेल ब्रेक कांड के आरोपियों को हथियार और कारतूस की आपूर्ति कर चुका है। इस मामले में वह लगभग साढ़े छह वर्ष पटियाला जेल में भी बंद रह चुका है। एसएसपी एसटीएफ नवनीत सिंह भुल्लर ने बताया कि एसटीएफ की कुमाऊं यूनिट को पिछले कुछ समय से बाजपुर क्षेत्र से उत्तराखंड के अलावा अन्य राज्यों में बड़े पैमाने पर हथियारों और कारतूसों की तस्करी की सूचना मिल रही थी। शुक्रवार देर रात मुखबिर से सूचना मिली कि एक पुराना हथियार तस्कर भारी मात्रा में अवैध असलहा लेकर रुद्रपुर की ओर आ रहा है। इस सूचना पर एसटीएफ निरीक्षक एमपी सिंह और कोतवाल रुद्रपुर मनोज रतूड़ी के नेतृत्व में संयुक्त टीम ने काशीपुर रोड स्थित फ्लाईओवर के नीचे घेराबंदी कर आरोपी को पकड़ लिया। आरोपी मोटरसाइकिल के जरिए बाजपुर से हथियार लेकर रुद्रपुर पहुंचा था और यहां इन्हें बेचने की फिराक में था। तलाशी के दौरान उसके पास से चार ऑटोमेटिक पिस्टल, एक डबल बैरल बंदूक और कारतूसों का जखीरा बरामद हुआ। प्रारंभिक पूछताछ में आरोपी ने स्वीकार किया है कि वह लंबे समय से अपराधियों और गैंगस्टरों को हथियारों की सप्लाई करता आ रहा है। —- बाजपुर में चलाता था ‘नक्श गन हाउस’ एसएसपी ऊधमसिंह नगर मणिकांत मिश्रा ने बताया कि मो. आसिम अपने पिता और भाई के साथ बाजपुर में ‘नक्श गन हाउस’ नाम से एक दुकान का संचालन करता है। वर्ष 2023 में राष्ट्रीय जांच एजेंसी (एनआईए) द्वारा इस गन हाउस पर छापेमारी की जा चुकी है। उस दौरान गैंगस्टरों को अवैध रूप से हथियार सप्लाई करने के साक्ष्य मिलने पर एनआईए आरोपी और उसके भाई को हिरासत में लेकर पूछताछ के लिए अपने साथ ले गई थी। फिलहाल एसटीएफ और जिला पुलिस आरोपी से जुड़े नेटवर्क की गहराई से जांच कर रही है। माना जा रहा है कि उसके पीछे एक बड़ा अंतरराज्यीय गिरोह सक्रिय है, जो लंबे समय से आपराधिक गतिविधियों को अंजाम देने के लिए हथियारों की सप्लाई कर रहा है। ऐसे हुआ था नाभा जेल ब्रेक कांड 27 नवंबर 2016 की सुबह करीब नौ बजे पुलिस की वर्दी में तीन गाड़ियों से पहुंचे करीब 15 हथियारबंद अपराधियों ने पंजाब के नाभा जेल पर हमला कर दिया था। उन्होंने एक कैदी को लाने का बहाना बनाकर मुख्य गेट के अंदर प्रवेश किया और गार्ड पर फायरिंग कर दी। इसके बाद खालिस्तान लिब्रेशन फोर्स के आतंकी हरमिंदर सिंह मिंटू और कश्मीर सिंह सहित चार बदमाश हरजिंदर सिंह भुल्लर उर्फ विक्की गौंडर, गुरप्रीत सिंह सेखों, कुलप्रीत सिंह उर्फ नीटा देयोल व अमनदीप सिंह उर्फ धोतियां फरार हो गए थे। घटना के दौरान हमलावरों ने जेल में तैनात एक गार्ड की एसएलआर भी छीन ली थी। इस कांड से पूरे देश में सनसनी फैल गई थी।

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