हिन्दी भाषा को लेकर उत्तराखंड में आयोजित होगा अंतरराष्ट्रीय सम्मेलन
देहरादून। हिन्दी भाषा को लेकर उत्तराखंड में जल्द ही अंतरराष्ट्रीय सम्मेलन का आयोजन किया जाएगा। जिसमें देश-विदेश से एक हजार से ज्यादा प्रतिनिधि प्रतिभाग करेंगे। रविवार को प्रेसवार्ता में अंतरराष्ट्रीय हिन्दी साहित्य भारती के केन्द्रीय उपाध्यक्ष डा. बुद्धिनाथ मिश्र और महामंत्री डा. अनिल शर्मा ने यह जानकारी दी। उन्होंनेबताया कि अंतरराष्ट्रीय हिन्दी साहित्य भारती का गठन दो साल पहले यूपी के पूर्व शिक्षा मंत्री डॉ.रवींद्र शुक्ल के प्रयासों से हुआ था। इसका गठन केन्द्रीय और राज्य से लेकर जिला स्तर तक हो चुका है। इसमें पूर्व राज्यपाल, कुलपति, प्रोफेसर, साहित्यकार और भाषाविद् आदि शामिल हैं। 32 देशों और सभी प्रदेशों में कार्यरत सदस्यों की कुल संख्या 25 हजार से ज्यादा है। इसका उद्देश्य भारत के गौरवशाली साहित्य और और सांस्कृतिक विरासत को विश्व पटल पर प्रतिष्ठित करना है। डा. बुद्धिनाथ मिश्र ने कहा कि इस समय स्वैच्छिक हिन्दी संस्थाओं में सबसे अधिक सक्रिय और व्यापक संस्था साहित्य भारती है। हमारे ‘राष्ट्रवंदन अतीत का अभिनंदन और ‘राष्ट्रवंदन वर्तमान का अभिनंदन जैसे नियमित कार्यक्रम बहुत लोकप्रिय हैं। उन्होंने बताया कि संप्रति हिन्दी को राष्ट्रभाषा बनाने के लिए राष्ट्रपति को एक लाख अनुरोध पत्र सौंपने का अभियान चल रहा है। उन्होंने कहा हम देश का नाम केवल %भारत% रखने के लिए भी व्यापक संपर्क कर रहे हैं। इस दौरान मीडिया प्रभारी ठाकुर मोहित आदि मौजूद रहे।