बागेश्वर। हाईकोर्ट के निर्देश के बाद प्रदेश स्तरीय जांच टीम दो दिन से कांडा क्षेत्र में जांच कर रही है। नौ सदस्यीय टीम ने दूसरे दिन कई खड़िया खानों को खंगाला। खनन में नियमों का कितना पालन हुआ इसकी जांच हो रही है। राजस्व विभाग के नक्शे के अनुसार जांच हो रही है। जांच रिपोर्ट सरकार को सौंपी जाएगी। यह टीम जांच होने तक यहीं डटी रहेगी। जांच टीम मंगलवार को कांडा क्षेत्र के कांडे कन्याल गांव में पहुंची। यहां स्वीकृत खड़िया खानों का स्थलीय निरीक्षण किया। बुधवार की सुबह दस बजे से शाम पांच बजे तक टीम खानों में रही। यहां उन्होंने राजस्व विभाग के नक्शे के हिसाब से खनन क्षेत्र देखा। वन भूमि, सरकारी भूमि में बगैर अनुमति के कितनी जमीन खोदी गई है इसकी विशेष जांच हो रही है। यह भी देखा जा रहा है कि खान संचालक अपनी स्वीकृत माइन से कहीं बाहरी क्षेत्र में तो खुदाई नहीं कर रहा है। भू-वैज्ञानिक यह देख रहे हैं कि खड़िया का दोहन वैज्ञानिक विधि से हो रहा है या नहीं। इसके अलावा विभाग की जांच चल रही है कि खनन में कितनी मशीनों की स्वीकृति मिली है और कितनी चल रही हैं। जांच टीम क्षेत्र के सभी खड़िया खनन क्षेत्र में जाएगी। एक-एक खानों का स्थलीय निरीक्षाण कर अपनी रिपोर्ट सरकार को सौंपेगी। मालूम हो कि जिले में 160 खड़िया खाने स्वीकृत हैं। इसमें से 50 में इस सीजन में खड़िया खनन कार्य चल रहा था। हाईकोर्ट के आदेश के बाद फिलहाल जिले में खड़िया खनन कार्य बंद है। टीम में अपर निदेशक डॉ. अमित कुमार, उप निदेशक लेखा राज, भू-वैज्ञानिक रवि नेगी, सहायक भू वैज्ञानिक सुनील दत्त जिला खान अधिकारी नाजिया हसन खान मौजूद रहे।