ईरान की मिसाइलें होंगी बेअसर, इजरायल को मिला अमेरिका के थाड और सैनिकों के साथ

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येरुशलम , रूस-यूक्रेन के बाद अब मिडिल ईस्ट जंग का अखाड़ा बना हुआ है। पिछले साल अक्टूबर में हमास और इजरायल के बीच शुरू हुई जंग अब लेबनान तक पहुंच गई है। पिछले दिनों इजरायल पर सैकड़ों मिसाइलें बरसाकर ईरान की भी इस जंग में एंट्री हो चुकी है। अमेरिका भी अब खुले तौर पर इजरायल को सपोर्ट कर रहा है। अमेरिका ने इजरायल में 100 अमेरिकी सैनिकों के साथ एक टर्मिनल हाई-एल्टीट्यूड एरिया डिफेंस एंटी-मिसाइल सिस्टम को तैनात करने का फैसला किया है। पेंटागन के अधिकारियों का कहना है कि एडवांस थाड एंटी मिसाइल सिस्टम जल्द ही इजरायल की हवाई सुरक्षा को मजबूत करने के लिए तैनात कर दी जाएंगी। राष्ट्रपति जो बाइडेन ने कहा कि इसका उद्देश्य इजरायल की रक्षा करना है। थाड की तैनाती 1 अक्टूबर को ईरान द्वारा इजरायल पर दागी गई 180 से अधिक हाइपरसोनिक मिसाइलों के हमले का जवाब देने की उम्मीद है। मिडिल ईस्ट में जारी जंग के बीच अमेरिका का ये कदम चर्चा का विषय बन गया है, क्योंकि ञ्ज॥्र्रष्ठ के साथ ही इजरायल में अमेरिकी सैनिकों को भी तैनात किया जाएगा। पेंटागन ने एक बयान में कहा, ‘राष्ट्रपति जो बाइडेन के निर्देश पर सचिव ऑस्टिन ने 13 अप्रैल और 1 अक्टूबर को ईरान के हमलों के बाद इजरायल की हवाई सुरक्षा को मजबूत करने में मदद करने के लिए ञ्ज॥्र्रष्ठ एंटी मिसाइल सिस्टम के साथ अमेरिकी सैना को तैनात करने का फैसला लिया है।
टर्मिनल हाई एल्टीट्यूड एरिया डिफेंस सिस्टम एक अत्याधुनिक हवाई रक्षा प्रणाली है। ये अमेरिकी सेना की स्तरित वायु रक्षा प्रणालियों का एक महत्वपूर्ण हिस्सा है। इजरायल की पहले से ही मजबूत एयर डोम मिसाइल रोधी सुरक्षा में इजाफा करती है। थाड एंटी मिसाइल को संचालित करने के लिए आमतौर पर लगभग 100 सैनिकों की आवश्यकता होती है। इसमें छह ट्रक-माउंटेड लॉन्चर, प्रत्येक लॉन्चर पर आठ इंटरसेप्टर और एक शक्तिशाली रडार होता है।

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