इस साल नहीं होगी बाबा अमरनाथ यात्रा,
बढ़ते कोरोना प्रकोप को देख लिया फैसला
श्रीनगर। आतंकियों और उनके आकाओं की साजिशें भगवान अमरेश्वर की वार्षिक तीर्थयात्रा नहीं रोक पाई, लेकिन इस बार कोरोना महामारी ने प्रशासन को वार्षिक
अमरनाथ यात्रा रद करने को मजबूर कर दिया।
आज श्रीनगर में उपराज्यपाल और श्राइन बोर्ड के सदस्य की हुई बैठक में यात्रा को रद करने का निर्णय लिया गया।पौराणिक तौर पर अमरनाथ यात्रा के संपन्न होने
में अभी 15 दिन शेष थे।
इस बीच, सूत्रों के मुताबिक यात्रा सिर्फ पवित्र छड़ी मुबारक तक ही सीमित रहेगी। वार्षिक तीर्थयात्रा श्रावण पूर्णिमा (रक्षाबंधन के दिन) को संपन्न मानी जाती है।
इसके बाद पवित्र गुफा को बंद कर दिया जाता है। इस बार यात्रा 23 जून से आरंभ होना तय थी लेकिन कोरोना संक्रमण के चलते पंजीकरण भी आरंभ नहीं हो
पाया। बाद में यह तय किया गया कि सीमित यात्रा 21 जुलाई से एक पखवाड़े के लिए चलाई जा सकती है, पर जुलाई माह में कोरोना संक्रमण की बढ़ती रफ्तार के
कारण प्रशासन अंतिम फैसले को टालता रहा। इस बीच बालटाल मार्ग से यात्रा की तैयारियां भी चलती रहीं। पर अब यात्रा आसान नहीं है।
प्रदेश प्रशासन ने एसआरटीसी से अमरनाथ यात्रा के लिए वाहन उपलब्ध कराने तक के लिए नहीं कहा है। दूसरे राज्यों से श्रद्घालु बसों से आएंगे या रेलगाड़ी से, यह
भी स्पष्ट नहीं है। सूत्रों ने बताया कि रेलवे प्रशासन को श्रद्घालुओं के लिए विशेष रेलगाड़ी चलाने के लिए भी नहीं का गया है।
स्वास्थ्य विभाग को यात्रा की सभी तैयारियां पूरी करने का आदेश तो है, लेकिन डक्टरों व पैरामेडिकल कर्मियों की नियुक्ति प्रक्रिया शुरू नहीं हुई है। अलबत्ता, जम्मू
संभाग के 27 डक्टर व पैरामेडिकल कर्मियों को जरूर स्वास्थ्य सेवा निदेशक कश्मीर के पास रिपोर्ट करने के लिए कहा गया है।