उत्तराखंड

अगले साल से पीएचडी में दाखिले के लिए नेट क्वालीफाई करना जरूरी

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विकासनगर। श्रीदेव सुमन विश्वविद्यालय में शैक्षणिक सत्र 2025-26 से पीएचडी में दाखिले के लिए राष्ट्रीय पात्रता परीक्षा (नेट) उत्तीर्ण करनी अनिवार्य होगी। इस शिक्षा सत्र में पीएचडी करने वाले छात्रों को इस नियम से छूट दी गई है। यूजीसी (विश्वविद्यालय अनुदान आयोग) ने पीएचडी दाखिले के लिए नए मानदंड तय किए हैं। यूजीसी के नए नियमों के मुताबिक पीएचडी में दाखिले के लिए राष्ट्रीय पात्रता परीक्षा उत्तीर्ण करना अनिवार्य कर दिया गया है। नई शिक्षा नीति के अनुरूप यूजीसी उच्च शिक्षा में विशेष रूप से प्रवेश प्रक्रिया में नए बदलाव ला रहा है। इसी के तहत फैसला किया गया है कि सभी पीएचडी दाखिलों के लिए नेट उत्तीर्ण करना अनिवार्य होगा, लेकिन उन लाखों छात्रों को जिन्होंने पीएचडी और एमफिल में पहले ही आवेदन कर दिया है या प्रवेश मिल गया है, उन्हें इस फैसले से अलग रखा गया है।
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तीन श्रेणियों में लाभ
नए नियमों के तहत नेट पर्सेंटाइल के आधार पर तीन श्रेणियों में लाभ मिलेगा। जिन उम्मीदवारों का नेट पर्सेंटाइल अधिक होगा, वे श्रेणी-1 में होंगे। ये जेआरएफ, सहायक प्रोफेसर के साथ पीएचडी दाखिले व फेलोशिप के लिए भी योग्य होंगे। इन्हें पीएचडी में दाखिले के लिए इंटरव्यू देना होगा।
श्रेणी-2 में मध्यम पर्सेंटाइल वाले सहायक प्रोफेसर और पीएचडी दाखिले के लिए योग्य माने जाएंगे। इनके बाद सफल, लेकिन सबसे कम पर्सेंटाइल वाले उम्मीदवार श्रेणी-3 में होंगे। ये सिर्फ पीएचडी दाखिले के लिए योग्य होंगे। नतीजों के प्रमाणपत्र में उम्मीदवार की श्रेणी दी जाएगी।
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वेटेज मिलेगा
पीजी कॉलेज डाकपत्थर के प्राचार्य प्रो. डीएस नेगी ने बताया कि पीएचडी दाखिले के लिए श्रेणी-2 व श्रेणी-3 के अभ्यर्थियों के नेट पर्सेंटाइल को 70 फीसदी वेटेज में बदला जाएगा। वहीं, इंटरव्यू का 30 फीसदी वेटेज होगा। इन दोनों श्रेणी में नेट स्कोर सिर्फ एक साल के लिए मान्य होगा। यदि इस अवधि में पीएचडी कार्यक्रम में दाखिला नहीं ले पाते, तो उन्हें इसका लाभ नहीं मिलेगा। अभ्यर्थी को फिर से नेट पास करना होगा। यह पूरी व्यवस्था नए शैक्षणिक सत्र से लागू होगी।
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पीएचडी के लिए यूजीसी नेट परीक्षा की अनिवार्यता दिसंबर से लागू की जानी थी, लेकिन इस बार नेट और पीएचडी परीक्षा की तैयारी काफी पहले कर दी गई थी, लिहाजा इस बार पीएचडी के लिए नेट की अनिवार्यता से छूट दी गई है। नए शैक्षणिक सत्र में दिसंबर माह में संपन्न कराई जाने वाली यूजीसी नेट परीक्षा का परिणाम तीन श्रेणियों में घोषित किया जाएगा, जिसके बाद पीएचडी के लिए नेट अनिवार्य हो जाएगा। -दिनेश चंद्र, कुलसचिव, श्रीदेव सुमन विश्वविद्यालय

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