लालढांग-चिल्लरखाल मोटर मार्ग निर्माण को लेकर जारी रहा आंदोलन
जयन्त प्रतिनिधि।
कोटद्वार : लालढांग-चिल्लरखाल मोटर मार्ग निर्माण को लेकर स्थानीय लोगों का धरना बुधवार को भी जारी रहा। आंदोलन में डटे लोगों ने शहरवासियों से मार्ग निर्माण के लिए एकजुट होने की अपील की। कह कि इसके लिए हम सभी को एकजुट होकर संघर्ष करना होगा।
लालढांग-चिल्लरखाल मार्ग निर्माण के लिए चिल्लरखाल में पिछले कई सप्ताह से आंदोलन चल रहा है। बुधवार को धरने पर डटे लोगों ने सरकार के खिलाफ नारेबाजी करते हुए जल्द मार्ग निर्माण की मांग उठाई। कहा कि राज्य गठन के दशकों बीत जाने के बाद भी अब तक मोटर मार्ग निर्माण नहीं हो पाया है। हर चुनाव में मुद्दा बनने के बाद भी यह मार्ग धरातल पर रंग नहीं ला पा रहा है। जिसके कारण क्षेत्र के लोगों को सड़क पर आंदोलन करना पड़ रहा है। वक्ताओं ने सरकार व जनप्रतिनिधियों पर संवेदनहीनता का आरोप लगाया। कहा कि राज्य बनने के बाद लालढांग-चिल्लरखाल मोटर मार्ग पर राजनीति होती रही है, जबकि वास्तविक धरातल पर किसी भी राजनीतिक दल ने ठोस काम नहीं किया। नतीजा, मोटर मार्ग अधर में लटका हुआ है। वक्ताओं ने कहा कि मोटर मार्ग के बन जाने से क्षेत्र के समग्र विकास के द्वार भी खुलेंगे। क्षेत्र के लोगों को आवागमन की सुविधा तो मिलेगी। साथ ही क्षेत्रीय औद्योगिक इकाईयों को भी गति मिलेगी। क्षेत्र के लोगों ने शासन-प्रशासन से सड़क मार्ग निर्माण में आ रही बाधाओं को तत्काल दूर करने की मांग की है। इस मौके पर राम कंडवाल, पूर्व सैनिक संघर्ष समिति के उपाध्यक्ष देवेंद्र सिंह रावत, प्रवीन थापा, प्रकाश रावत, रविंद्र सिंह सौंद, हेमा नेगी, रमेश भंडारी, संजय रावत, नारायण सिंह, रंजना रावत, स्वाति लखेड़ा, पिंकी गुसांई, उर्मिला देवी मौजूद रहे।