उत्तराखंड

शिक्षकों का संवेदनशील होना बेहद जरूरी

Spread the love
Backup_of_Backup_of_add

हरिद्वार। निपुण भारत मिशन के तहत आयोजित सेवारत प्रशिक्षण के तीसरे फेरे के छठे दिन प्रतिभागियों को विभिन्न सत्रों के माध्यम से विद्यालय सुरक्षा की जानकारी दी गई। वहीं उप निदेशक और विशेषज्ञ समग्र शिक्षा आकाश सारस्वत ने शनिवार को अत्मलपुर बोंगला बीआरसी में प्रशिक्षण व्यवस्थाओं निरीक्षण किया। उप निदेशक ने कहा कि शिक्षकों का संवेदनशील होना जरूरी है। शिक्षक अपना आचरण और व्यवहार दोनों ठीक रखेंगे तो छात्र-छात्राएं भी अच्छी शिक्षा ग्रहण कर सकेंगे। क्योंकि छात्र-छात्राओं को शिक्षित बनाने की जिम्मेदारी शिक्षकों के कंधों पर है। शिक्षक ही कक्षा एक से बच्चों की नींव बेहतर तैयार करते हैं। बच्चों को भाषा एवं गणितीय ज्ञान अत्यंत आवश्यक है। यदि बच्चे इन सबसे अटूते रह गए तो उनकी बुनियाद ही कमजोर पड़ जाएगी। बहादराबाद खंड शिक्षा अधिकारी स्वराज सिंह तोमर ने कहा की एफएलएन के राष्ट्रीय मिशन का मूल उद्देश्य बच्चों को पढ़ने, समझ के साथ जवाब देने, स्वतंत्र रूप से समझ के साथ लिखने, संख्या बोध, गणितीय सोच, समस्या समाधान और तर्क विकसित करने में सक्षम बनाना है। इस दौरान अनिल ध्यानी, ड़शिवा अग्रवाल, अश्विनी चौहान, राकेश सिंह, सुमित कुमार, मनोज प्रताप, दीपक कुमार, राजेश कुमार, सुंदर पाल, विपिन कुमार राशिद अली, नीरज कुमार, प्रदीप धीमान, दीक्षांत कुमार, संदीप कुमार, हेमलता, कीर्ति नेगी, अंजू वर्मा, आरती धीमान, देवयानी कौशिक, अजीम प्रेमजी फाउंडेशन से दीपक दीक्षित आदि उपस्थित रहे।

Leave a Reply

Your email address will not be published. Required fields are marked *

error: Content is protected !!