धनतेरस पर बरसा धन, खूब हुई खरीददारी
जयन्त प्रतिनिधि।
कोटद्वार : कोटद्वार व आसपास के क्षेत्र में धनतेसर का त्योहार धूमधाम के साथ मनाया गया। शहरवासियों ने बाजार पहुंचकर खूब खरीददारी की। बाजारों में सुबह से लेकर देर शाम तक जमकर रौनक बनी हुई थी। दुकानें व शोरूम दुल्हन की तरह सजे थे। सराफा दुकानों से लेकर इलेक्ट्रानिक्स, वाहन, बर्तन व फर्नीचर की दुकानों पर ग्राहकों की भीड़ रही। झाड़ू की भी खूब बिक्री हुई।
धनतेरस को लेकर छोटा-बड़ा हर दुकानदार चार-पांच दिनों से तैयारियों में लगा था। शुक्रवार को सुबह से ही बाजार सज गए। बर्तन बाजार से लेकर फुटपाथ पर मिट्टी के दीये व गणेश-लक्ष्मी आदि की दुकानें लगाने वालों के यहां देर शाम तक ग्राहकों की भीड़ उमड़ी। नजीबाबाद रोड, झंडाचौक, बदरीनाथ मार्ग, स्टेशन रोड सहित आदि बाजारों में स्थित दुकानें शाम को झिलमिल झालरों से जगमगा रही थीं। फूलों से दुकानों को सजाया भी गया था। मिट्टी के विभिन्न डिजाइनों के गणेश-लक्ष्मी की खूब बिक्री हुई। ज्योतिषों के अनुसार बैठे हुए गणेश-लक्ष्मी की मूर्ति शुभ मानी जाती है, जिस पर ऐसी मूर्तियों की मांग रही। धनतेरस पर बर्तन खरीदने की परंपरा है। इसको लेकर बर्तन की दुकानों में भी खरीदारों की भीड़ उमड़ी हुई थी। चम्मच, लोटा, गिलास, थाली से लेकर स्टील की डेग व बाल्टी खूब बिकी। पीतल के बेला व तांबा के जग की भी खरीदारी की गई। वहीं क्राकरी की दुकानों पर भी लोगों ने टिफिन, कप-प्लेट, कुकर व वाटर कूलर आदि की जमकर बिक्री हुई।
फूल झाड़ू की जमकर हुई बिक्री
धनतेरस पर झाड़ू खरीदने की परंपरा है। इसको लेकर फुटपाथों व पंसारी दुकानों ने सादा, फूल झाड़ू व सीक झाड़ू का स्टाक कर रखा था। लोगों ने जमकर झाड़ू की खरीद की। सबसे ज्यादा फूल झाड़ू की मांग रही। फूल झाड़ू 70 से 120 रुपये की बिकी। वहीं सीक झाड़ू 40 से 50 रुपये बिकी। सादा झाड़ू के दाम भी यही रहे। झाड़ू खरीदने के लिए महिलाओं ने मोलभाव भी किया।
ग्राहकों को भाए चांदी के सिक्के
धनतेरस को लेकर सर्राफा दुकानदारों के यहां देर शाम तक खरीददारी करने के लिए लोगों की भीड़ लगी रही। चांदी के साथ ही विक्टोरिया के सिक्के व डालर लोगों ने खूब खरीदे। गणेश-लक्ष्मी की भी खूब मांग रही। सोने व चांदी की अंगूठी की वैरायटियों ने लोगों को खूब लुभाया। वहीं, धनतेरस व दीपावली को लेकर दोपहिया व चौपहिया वाहन शो रूम मालिकों ने कई आफर चला रखे हैं, जिनका ग्राहकों ने खूब लाभ उठाया। किसी ने बाइक की खरीद पर नगद छूट दी तो किसी ने फाइनेंस पर भी छूट दी। चौपहिया वाहनों पर भी इसी तरह के आफर थे।