आईटीआई कर्मियों ने काला फीता बांधकर जताया विरोध
विकासनगर। राजकीय औद्योगिक प्रशिक्षण संस्थान कर्मचारियों ने अपनी मांगों के समर्थन में शुक्रवार को काला फीता बांधकर विरोध जताया। कर्मचारियों का कहना है कि सरकार असंवेदनशील रवैया अख्तियार करते हुए उनकी मांगों की अनदेखी कर रही है। कर्मचारियों ने शुक्रवार को भी सुबह 11 बजे से दोपहर एक बजे तक दो घंटे का कार्य बहिष्कार किया। काला फीता बांध कर विरोध कर रहे कर्मचारियों ने कहा कि लंबे समय से पदोन्नति नहीं होने से उनके आर्थिक हित प्रभावित हो रहे हैं। आरोप लगाया कि अनुदेशक से कार्यदेशक, कार्यदेशक से प्रधानाचार्य पदों की पदोन्नति पर विभाग की ओर से अघोषित रोक लगा दी गई है। इसके साथ ही भंडारी संवर्ग के कर्मचारियों की पदोन्नति लंबित है। ऐसे में कई कर्मचारी अपने सेवा काल में पदोन्नति से वंचित हो रहे हैं। कहा कि सेवा काल के दौरान पदोन्नति प्रत्येक कर्मचारी का अधिकार है, लेकिन सरकार उन्हें इस अधिकार से वंचित किया जा रहा है। कर्मचारियों ने कहा कि इसके साथ ही निदेशालय की कार्यप्रणाली में सुधार लाने, विभागीय ढांचा बनाए जाने की मांग भी की जा रही है। विभागीय ढांचा नहीं होने के कारण कर्मियों को अपनी समस्याओं निस्तारण के लिए दफ्तरों के चक्कर काटने पड़ते हैं, ऐसे में समय और धन अधिक खर्च होता है। कहा कि जल्द मांगों का निस्तारण नहीं होने पर कर्मचारी संपूर्ण कार्य बहिष्कार करेंगे। साथ ही कहा कि जल्द मांगें पूरी नहीं होने पर संपूर्ण कार्य बहिष्कार किया जाएगा। विरोध करने वालों में अनिल बाजपेयी, नवीन सैनी, विजयपाल चौहान, प्रीति बछैती, सहदेव पंवार, पंकज कुमार, भारत भूषण बछैती, विरेंद्र रमोला, वंदना, लिखित अमान, राजूराम, विरेंद्र सिंह, सुभाष चंद्र, नवीन सैनी, उदयानंद शामिल रहे।