श्रीनगर गढ़वाल : प्रदेश में प्रस्तावित सात नये जिलों के सृजन होने की चर्चाओं के बीच पूर्व नगर पालिका अध्यक्ष मोहनलाल जैन ने श्रीनगर को जिला बनाने की मांग की है। गुरुवार को निजी होटल में पत्रकार वार्ता करते हुए पूर्व पालिकाध्यक्ष मोहन लाल जैन ने कहा कि श्रीनगर क्षेत्र शिक्षा का केंद्र होने के साथ स्वास्थ्य सुविधाओं से परिपूर्ण है यहां गढ़वाल के टिहरी, पौड़ी, रुद्रप्रयाग, चमोली जिलों से जुड़े लोग हमेशा से ही आकर्षित होते रहे हैं और इन्हीं जनपदों से बड़ी मात्रा में आबादी यहां निवास करती है। उन्होंने बताया कि विशेषकर टिहरी जिले के देवप्रयाग विधानसभा क्षेत्र की दो तहसील देवप्रयाग और कीर्तिनगर श्रीनगर क्षेत्र के नजदीक हैं, जबकि टिहरी जनपद के निवासियों को अपने मुख्यालय जाने के लिये सैकड़ों मील का सफर तय करना पड़ता है। कहा कि निश्चित तौर पर श्रीनगर जिला बनने से देवप्रयाग, कीर्तिनगर, चौरास और आसपास क्षेत्र की जनता को इसका लाभ मिलेगा। इससे ग्रामीण क्षेत्रों में उपज रही पलायन जैसी समस्या पर अंकुश लग सकेगा। जैन ने कहा कि प्रदेश में नये जिले सृजित किये जाने की खुशबुसाहट पर यदि हमारे सांसद, विधायक समेत तमाम जनप्रतिनिधि विचार करें तो श्रीनगर क्षेत्र को एक मॉडल जनपद के रुप में विकसित किया जा सकता है। उन्होंने कहा कि श्रीनगर में आज देश के सभी राज्यों से आने वाले छात्र पठन पाठन कर रहे हैं, यहां एनआईटी, गढ़वाल विवि, मेडिकल कॉलेज से युक्त दो किमी. की दूरी पर दो अस्पताल मौजूद हैं। ऐसे में यदि श्रीनगर को जिला बनाने की पहल को हमारे जनप्रतिनिधि सरकार के कानों तक पहुंचाने का काम करते हैं तो आने वाला श्रीनगर का भविष्य और बेहतर साबित होगा। इस मौके पर व्यापार सभा अध्यक्ष श्रीनगर/श्रीकोट दिनेश असवाल, नरेश नौटियाल, राजीव कुमार, पीवी डोभाल, हरविंदर सिंह आदि मौजूद रहे। (एजेंसी)