जल संस्थान ने शिकायत दर्ज कराने के लिए जारी किये टोल फ्री नंबर

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नई टिहरी : पेयजल की समस्या हो तो टोल फ्री नम्बर 18001804100, 7017153668 तथा 01376-232154 पर तत्काल शिकायत करें।
जल संस्थान के अधिशासी अभियंता प्रशांत भारद्वाज ने कहा कि ग्रीष्मकाल में सम्भावित पेयजल संकट के दृष्टिगत रखते हुए उपभोक्ताओं की समस्याओं और शिकायत के निराकरण को शाखा स्तर पर कन्ट्रोल रूम की स्थापना की गई है। जो सुबह 8 बजे से सांय 8 बजे तक संचालित रहेगा। उन्होंने शाखान्तर्गत सभी उपभोक्ताओं से कहा कि वह अपने क्षेत्र में तैनात अभियन्ताओं के मोबाइल नम्बर पर अपनी पाइपलाइन एवं सीवर लाइन लीकेज से सम्बन्धित शिकायतें कर सकते हैं या फिर कॉल सेंटर पर दूरभाष के माध्यम से शिकायत दर्ज करा सकते हैं। क्षेत्र में तैनात सहायक अभियन्ताओं में नई टिहरी मुख्यालय, नैनबाग एवं थत्यूड़ के लिए राजवीर सिंह महर (9627833598), नई टिहरी सीवर, नरेन्द्रनगर एवं गजा के लिए किरन पयाल (8755307004), चम्बा एवं सारज्यूला पम्पिंग के लिए किरन पयाल एवं सागर पुरषोड़ा (7579208185), प्रतापनगर एवं थौलधार के लिए गिरीश सेमवाल (9412922841) को नामित किया गया है। शाखा क्षेत्रान्तर्गत इन्ही स्थानों के लिए अपर सहायक अभियन्ता व कनिष्ठ अभियन्ता भी तैनात किए हैं। जिनमें नई टिहरी मुख्यालय और जाखणीधार के लिए विनय बगियाल (7088526113), नई टिहरी सीवर के लिए महावीर सिंह राणा (8979202166), चम्बा एवं सारज्यूला पम्पिंग के लिए अरविन्द सजवाण (8171148141), राहुल कुमार (9719159953), राजकिशोर पोखरियाल (9997741014), नरेन्द्रनगर के लिए विनोद चमोली (8126900807), गजा के लिए मुनेन्द्र सिंह सरियाल (8171109436), नैनबाग के लिए साधना राणा (7310647525), थत्यूड़ के लिए रवित शाह (9389719705), प्रतापनगर के लिए अभिषेक शाह (8755969748), राजवीर थलवाल (9557811710) तथा थौलधारके लिए शान्ति बिष्ट (7505263374) नामित किए गए हैं। यदि किसी उपभोक्ता की पेयजल समस्या का समाधान न हो तो वे मोबाइल नंबर 7017153668 या विभागीय टोल फ्री नम्बर 18001804100 या कन्ट्रोल रूम नम्बर 01376-232154 पर भी शिकयत दर्ज कर सकते हैं। (एजेंसी)

उपभोक्ताओं से पानी बर्बाद न करने की अपील
उपभोक्ताओं से ग्रीष्म काल में पेयजल के महत्व को देखते हुए अपील की है कि अपने घरों में सिंचाई एवं निर्माण कामों पर पेयजल का उपयोग न करें, अपने घरों एवं स्टैण्ड पोस्टों की टोंटियों को पानी भरने के बाद बंद कर दें। पेयजल स्रोतों जलाशयों एवं पाइप लाइन पर अनावश्यक छेड़खानी न करें। अपने घरों की टंकियों पर फ्लोट वाल्ब अनिवार्य रूप से लगायें तथा पेयजल पाइप लाइन पर टुल्लू पम्प का प्रयोग न करें।

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