जंगली सुअरों ने की गेहूं की फसल बर्बाद
जयन्त प्रतिनिधि।
कोटद्वार। नगर निगम के वार्ड नंबर 37 पश्चिमी झंडीचौड़ में जंगली जानवरों का आतंक थमने का नाम नहीं ले रहा है। आये दिन जंगली जानवर खेतों में घुसकर गेहूं सहित अन्य फसल को नुकसान पहुंचा रहे है। बीती रविवार रात को जंगली सुअरों ने खेतों में घुसकर कई बीघा गेहूं की फसल को बर्बाद कर दिया है। काश्तकारों ने प्रशासन से जंगली जानवरों के आतंक से निजात दिलाने की मांग की है।
पार्षद सुखपाल शाह ने कहा कि शाम ढलते ही जंगली जानवर आबादी की तरफ आ जाते हैं और जंगली हाथी, सुअर खड़ी गेहूं की फसल को रौंदकर चले जाते हैं। स्थानीय लोग हाथी सुरक्षा दीवार पिछले काफी समय से कर रहे है, लेकिन अभी तक विभाग द्वारा कोई भी ठोस कार्यवाही नहीं की गई है। उक्त मांग को लेकर स्थानीय विधायक एवं प्रदेश के वन मंत्री को डॉ. हरक सिंह रावत को कई बार ज्ञापन सौंप चुके है, लेकिन मंत्री की ओर से आश्वासन के सिवा कुछ नहीं मिला। पार्षद सुखपाल शाह ने बताया कि बीती रविवार रात में पुष्पा देवी, दमयंती देवी, सतीश चंद, जगदीश सिंह आदि के खेतों में घुसकर जंगली सुअरों ने कई बीघा खड़ी गेहूं की फसल को क्षतिग्रस्त कर दिया है। जंगली जानवरों के आतंक से परेशान किसान खेती छोड़ने को मजबूर है। एक ओर तो सरकार किसानों की आय दोगुनी करने की बात कह रही है, वही दूसरी ओर किसानों की समस्याओं का निस्तारण नहीं किया जा रहा है। पार्षद ने वन विभाग से रात्रि गस्त व वन सीमा से सटे हुए परिवारों को गांधी बंदूक, फटाके देने की मांग की, ताकि पटाखा जलाकर जंगली जानवरों को खेतों से भगाए जा सके।