जंगलों में आग लगाने वाले शरारती तत्वों से सख्ती से निपटेगी सतपुली पुलिस
जयन्त प्रतिनिधि।
कोटद्वार। लगातार जंगलों में आग लगने की घटनाएं बढ़ती जा रही है। प्रदेश सरकार भी वनों को आग से बचाने के लिए चिंतित है। इसी कड़ी में सतपुली पुलिस ने जंगलों में आग लगाने वाले शरारती तत्वों के खिलाफ कार्यवाही किए जाने की चेतावनी दी है। सतपुली थानाध्यक्ष ने थाना क्षेत्र के अंतर्गत सभी ग्राम प्रधानों और ग्राम प्रहरियों के साथ बैठक आयोजित कर जंगलों में आग लगाने वाले आसामाजिक तत्वों की सूचना देने की अपील की है।
सतपुली थानाध्यक्ष संतोष पैंथवाल ने सोशल मीडिया पर एक वीडियो के जरिए बताया कि लगातार जंगलों में आग लगने की घटनाएं बढ़ रही है। जंगलों को आग से बचाने के लिए स्थानीय लोगों का सहयोग जरूरी है। उन्होंने क्षेत्र की जनता से अपील करते हुए कहा कि ऐसे असामाजिक तत्व जो जंगलों में आग लगाने जैसी घटनाओं को अंजाम देते हो, उनकी सूचना पुलिस को दे सकते हैं। सूचना देने वाले व्यक्ति का नाम गोपनीय रखा जाएगा। कहा कि इन घटनाओं को अंजाम देने वाले आसामजिक तत्वों के खिलाफ वन संपदा को नुकसान पहुंचाने की आईपीसी की धारा 435, 436 और वन अधिनियम के तहत मुकदमा दर्ज कर कार्यवाही की जाएगी।
वहीं सोमवार को थाना सतपुली में सभी ग्राम प्रधानों ओर ग्राम प्रहरियों के साथ बैठक करते हुए थानाध्यक्ष संतोष पैथवाल ने कहा कि आग लगाने वाले असामाजिक तत्वों का चिंहीकरण किया जाय और ऐसे असमाजिक तत्वों की सूचना तत्काल थाने पर दी जाय। जिससे ऐसे शरारती तत्वों के विरुद्ध कड़ी कानूनी कार्रवाई की जाय। उन्होंने बताया कि जंगलों में आग लगाना कानूनी जुर्म है, ऐसे आग लगाने से वन संपदा को भारी मात्रा में नुकसान पहुंच रहा है। साथ ही साथ पारिस्थितिकी तंत्र भी खतरे में आ रहा हैं। उन्होंने आम जनमानस से जंगलों में आग न लगाने की अपील की गयी हैं। इस मौके पर उपनिरीक्षक कैलाश सेमवाल, कांस्टेबल महेंद्र कन्याल, प्रकाश और दीप शिखा मौजूद आदि रहे।