जंगली जानवरों के आतंक से निजात दिलाने की मांग की
जयन्त प्रतिनिधि।
कोटद्वार। पूर्व सैनिक सेवा परिषद से जुड़े पूर्व सैनिकों ने प्रदेश सरकार से जंगली जानवरों के आतंक से निजात दिलाने की मांग की है। उन्होंने कहा कि जंगली
जानवरों के आतंक से परेशान लोग पलायन करने को मजबूर है। आये दिन गांवों में गुलदार आवासीय बस्तियों में घुसकर लोगों पर हमला कर रहा है। कई लोगों
को तो गुलदार निवाला भी बना चुका है, जबकि कई लोगों को घायल कर चुका है। पूर्व सैनिकों ने इस संबंध में उपजिलाधिकारी योगेश मेहरा के माध्यम से प्रदेश के
मुख्यमंत्री त्रिवेन्द्र सिंह रावत को ज्ञापन प्रेषित किया है।
परिषद के अध्यक्ष गोपाल कृष्ण बड़थ्वाल ने कहा कि अब तक पानी, बिजली, शिक्षा और चिकित्सा जैसी मूलभूत सुविधाओं के लिए पलायन की बात सामने आती
रही है, लेकिन पौड़ी जिले के कई गांवों से जंगली जानवर गुलदार, हाथी, बंदर, लंगूर के खौफ से लोग पलायन कर रहे है। वन्वजीवों के हमले और खेती बर्बाद करने
से परेशान ग्रामीण अपना पुस्तैनी घर छोड़ दूसरी जगहों पर आशियाना बनाने को मजबूर है। उन्होंने कहा कि पिछले कुछ वर्षों से जंगली जानवर सुअर, बंदर, लंगूर
ग्रामीणों की मेहनत पर पानी फेर रहे है। कई बार शासन-प्रशासन से समाधान की गुहार लगा चुके थे, लेकिन कोई सुनवाई नहीं हुई। उन्होंने कहा कि सरकार को
जंगली जानवरों की समस्या से निजात दिलाने के लिए सरकार को ठोस योजना बनानी चाहिए। बंदर व जंगली जानवरों के आतंक से निजात दिलाने के लिए तारबाड़
की जानी चाहिए, ताकि जंगली जानवर खेतों में न घुस सके। क्योंकि कड़ी मेहनत करने के बाद फसल बर्बाद होने से किसानों को मायूसी हाथ लग रही है। गोपाल
कृष्ण बड़थ्वाल ने कहा कि सरकार को जनता के प्रति जवाब देह होना जरूरी है। ऐसी कोई समस्या नहीं है जिसका समाधान न हो। ज्ञापन देने वालों में कैप्टन
सीपी डोबरियाल, अनूप बिष्ट, सुभाष कुकरेती, बलवार्न ंसह रावत, उमेर सिंह चौधरी, सुरेश रावत, सूरवीर सिंह खेतवाल, गोपाल सिंह राणा, कैप्टन सीपी धूलिया आदि
शामिल थे।