जंगली जानवरों के आतंक से काश्तकार परेशान
संवाददाता, पिथौरागढ़। विकासखंड में जंगली जानवरों के आतंक से काश्तकार बेहद परेशान हैं। खेतों की फंसलों के साथ ही जानवर घरों के आसपास बोई सब्जियों को भी नुकसान पहुंचा रहे हैं। काश्तकारों ने वन विभाग को जंगली जानवरों से निजात दिलानी चाहिए। गंगोलीहाट में खरीफ की फसल की खेती का समय चल रहा है। काश्तकारों ने बीज पूरी तरह खेत में डाले भी नहीं हैं। लेकिन जंगली जानवर खेतों को बर्बाद करने लगे हैं। बंदर और लंगूर का आतंक इतना अधिक बढ़ गया है कि फसल उगने से पहले उसे नष्ट करने में लगे हैं। काश्तकारों ने शुरु में धान, मक्का, मडुवा, उड़द, सोयाबीन, ज्वार, बाजरा, लोबिया आदि के बीच खेतों में पूरी तरह से नहीं डाले हैं। जिन खेतों में धान और मक्का उग चुका है। उसे बंदर और लंगूर तबाह करने में लगे हैं। काश्तकारों ने कहा कि रबी की फसल जंगली जानवरों और ओलों के भेंट चढ़ने से किसान पहले ही परेशान हैं। अब खरीफ की फसल पर भी जंगली जानवरों का खतरा मंडराने लगा है। कहा शासन प्रशासन इसमें मदद नहीं करता तो वह दिन दूर नहीं जब लोगों को मोह खेती से भंग हो जाएगा।