जीतन राम मांझी की पार्टी हुई अलग
पटना , एजेंसी। बिहार में विधानसभा चुनाव से पहले सियासी उलटफेर का सिलसिला जारी है। जेडीयू के बाद अब राज्य में महागठबंधन को झटका लगा है। महागठबंधन में शामिल हिंदुस्तानआवाम मोर्चा (हम)ने खुद को अलग कर लिया है।
जीतन राम मांझीकी पार्टी हम की कोर कमेटी ने फैसला लिया है कि वह अब महागठबंधन का हिस्सा नहीं रहेंगे।माना जा रहा है कि जीतन राम मांझी की घर वापसी हो सकतीहै और एक बार फिर वह जेडीयू के साथ जा सकते हैं।
बताया जा रहा है कि जीतन राम मांझी की घर वापसी को लेकर जेडीयू की तरफ से पिछले कई महीनों से कवायद चल रही है।
जेडीयू चाहती है कि मांझी की पार्टी श्हमश् का पूरी तरह से जेडीयू में विलय हो जाए, लेकिन ऐसा नहीं होने की सूरत में मांझी की पार्टी के साथ कुछ सीटों पर समझौते का फर्मूला तय किया जा रहा है।
सूत्रों के मुताबिक, गुरुवार कोहुई श्हमश् की कोर कमेटी बैठक में महागठबंधन से अलग होने का फैसला कर लिया गया है।हालांकि, अभी तय नहीं हुआ है कि जीतन राम मांझी की पार्टी जेडीयू से हाथ मिलाएगी या नहीं।
राष्ट्रीय जनता दल (आरजेडी) को एक और बड़ा झटका लगा है। आरजेडीके तीन विधायक गुरुवार को जनता दल (यूनाइटेड) यानी जेडीयूमें शामिल होगए हैं। इनमें लालू यादव के समधी चंद्रिका राय का नाम भी शामिल है।
चंद्रिका के अलावा जदयू में शामिल होने वाले बाकी दो विधायक जयवर्धन यादव और पूर्व केंद्रीय मंत्री अली अशरफ फातमी के बेटे फराज फातमी हैं। हालांकि, फराज फातमी को आरजेडीपहले ही महेश्वर यादव और प्रेमा चौधरी के साथ पार्टी से निष्कासित कर चुकी है। ये दोनों भी जेडीयूका दामन थाम चुके हैं।