कर्णप्रयाग के कनखुल में जिठाईं देवी की दिवारा यात्रा शुरू
चमोली। मान्यता के अनुसार विश्व कल्याण के लिए आयोजित होने वाली राजराजेश्वरी मां जिठाईं देवी अपनी नौ माह की दिवारा यात्रा के लिए गर्भ गृह से बुधवार को बाहर आ गई है। इस दौरान यहां हजारों श्रद्घालुओं ने देवी मां के दर्शन किए। जिसके बाद देवी की डोली एवं देव निशानों ने यहां देवनृत्य का आयोजन किया। 14 साल बाद आयोजित हो रही दिवारा यात्रा के दौरान बुधवार सुबह बरमोला पंडितों ने यहां गांव मंदिर में देवी की पूजा अर्चना संपन्न की। जिसके बाद देवी का श्रृंगार किया गया। इस दौरान देवी के वीरों की पूजा अर्चना भी की गई। साथ ही देव निशानों की प्राण प्रतिष्ठा का कार्यक्रम किया गया। जिसके बाद देवी की डोली और देव निशान गर्भ गृह से बाहर आए। पांडव चौक और पुजारी चौक में देव नृत्य के बाद देवी डोली यात्रा से कुछ दूरी पर मुख्य मंदिर में पहुंची। यहां पूजा के बाद देवी की डोली पौराणिक मकान के चौक में गई। जहां देवी की पूजा अर्चना संपन्न की गई। बताया गया कि देवी यहां तीन माह तक पूजा अर्चना की जाएगी। जिसके बाद देवी विश्व कल्याण के लिए कई पट्टियों और गांवों का भ्रमण करेगी। इस दौरान मंदिर समिति के अध्यक्ष सुरेंद्र सिंह कंडवाल, महिपाल सिंह, भगवान सिंह, हरिष्ण भट्ट, खिलदेव रावत, नरेंद्र तोपाल, खेमराज, राजेश नेगी, उत्तम तोपाल, संजय कंडवाल, जीएस तोपाल, राजेंद्र नेगी, धीरेंद्र नेगी, कैलाश सहित कई जनप्रतिनिधि और ग्रामीण मौजूद रहे।