जीएमवीएन के साथ प्रस्तावित विलय के खिलाफ उतरे केएमवीएन कर्मचारी
नैनीताल। कुमाऊं मंडल विकास निगम कर्मचारी जीएमवीएन के साथ प्रस्तावित विलय के खिलाफ उतर आए हैं। शुक्रवार को नैनीताल में हुई महासंघ की बैठक में तय किया गया है कि कुमाऊं एवं गढ़वाल मंडल विकास निगम कर्मचारी महासंघ संयुक्त मोर्चा बनाकर एकीकरण के निर्णय के खिलाफ आंदोलन करेगा। इसके लिए मार्च के प्रथम सप्ताह में दोनों निगम कर्मचारी महांसघ की देहरादून में बैठक होने जा रही है। इसके अलावा निगम की संपत्तियों व पीपीपी मोड पर देने का भी विरोध होगा।
नैनीताल के सूखाताल स्थित कार्यालय में शुक्रवार को कुमाऊं मंडल विकास निगम कर्मचारी महासंघ की बैठक हुई। बैठक से पूर्व ही कर्मचारियों ने सरकार के खिलाफ नारेबाजी करते हुए एक स्वर में केएमवीएन व जीएमवीएन के विलय का विरोध किया। कर्मचारियों ने सरकार के समक्ष अपनी सात सूत्रीय मांगों को पूरा करने के बाद ही एकीकरण के पक्ष में आने की बात कही। इसके अलावा निगम की संपत्तियों व रेस्ट हाउस को पीपीपी मोड पर दिए जाने से भी निगम कर्मचारियों में काफी आक्रोश है। महासंघ अध्यक्ष दिनेश गुरुरानी ने कहा कि महासंघ की सात सूत्रीय मांगें यदि सरकार मान लेती है तो उसके बाद ही एकीकरण के प्रस्ताव पर बात होगी। इस संबंध में निगम के वरिष्ठ अधिकारियों को अवगत करवा दिया गया है। एकीकरण के विरोध में पूरे प्रदेश में आंदोलन का बिगुल फूंका जाएगा। इसमें गढ़वाल के कर्मचारी भी सहयोग कर रहे हैं। बैठक में महासंघ के महामंत्री गुमान सिंह कुमटिया, संयोजक दिनेश सांगुडी, कंचन चंदोला, भगवती लोहनी, नीता आर्या, अरविंद शर्मा, निर्मला जीना, कैलाश चद्र आर्या, पारस सत्यवली, पीतांबर दुम्का, पंकज, गौतम कुमार, रमेश कपकोटी, भरत पंत, नवीन भंडारी, हिम्मत बिष्ट, विनोद तिवारी, चंदन सिंह बोरा, दिव्यांशु रावत, बच्ची सिंह बिष्ट सहित कई अन्य कर्मचारी उपस्थित रहे।
एकीकरण के लिए कर्मियों की मांग
-दोनों निगमों के अनियमित कर्मियों को नियमित किया जाए
-दोनों निगमों की वेतन विसंगति को दूर किया जाए
-सेवानिवृत्त एवं मौजूदा कर्मियों के देयकों का भुगतान हो
-ग्रेच्युटी की सीमा को बढ़ाकर 20 लाख किया जाए
-कोरोना काल में काम करने वाले कर्मियों को प्रोत्साहन राशि
-दोनों निगमों को बीस करोड़ का आर्थिक पैकेज दिया जाए
-दोनों निगमों का समायोजन पर्यटन विकास परिषद में किया जाए