धरा का अस्तित्व बचाने के लिए करना होगा संयुक्त प्रयास
कोटद्वार में आयोजित ग्रीन पल्स सोसायटी के कार्यक्रम में बोले जिलाधिकारी
जयन्त प्रतिनिधि।
कोटद्वार : जिलाधिकारी डा. आशीष चौहान ने कहा कि बिना पर्यावरण संरक्षण हम धरती पर जीवन की कल्पना भी नहीं कर सकते। इसलिए हमें धरा के अस्तित्व को बचाने के लिए संयुक्त प्रयास करना होगा। उन्होंने बच्चों को प्लास्टिक से पर्यावरण पर पड़ने वाले नुकसान के बारे में भी बताया। कहा कि हमें प्लास्टिक के उपयोग को बंद करना ही होगा।
शनिवार को ग्रीन पल्स सोसायटी की ओर से शुरू किए गए आराध्या बीज बाल अभियान के शुभारंभ पर जिलाधिकारी ने यह बात कही। उन्होंने कहा कि हर वस्तु का कार्बन फुट प्रिंट होता है और प्लास्टिक का अत्यधिक उपयोग पर्यावरण को नुकसान पहुंचा रहा है। उन्होंने न्यूनतमवादी जीवनशैली अपनाने पर बल दिया, जिसमें हम अपनी आवश्यकताओं को कम करते हुए प्लास्टिक और अन्य हानिकारक पदार्थों का उपयोग कम कर सकते हैं। लैंसडौन वन प्रभाग के प्रभागीय वनाधिकारी नवीन चंद्र पंत ने औद्योगिक क्रांति के कारण पर्यावरण पर पड़ रहे असर के बारे में जानकारी दी। कहा कि धरा का अस्तित्व लंबे समय तक बना रहे, इसके लिए आज से ही प्रयास करने होंगे। सीड बाल अभियान को पर्यावरणीय दृष्टिकोण से महत्वपूर्ण बताते हुए उन्होंने कहा कि सीड बाल के जरिए एक समय में काफी स्थानों पर वनों को विकसित किया जा सकता है। वनाग्नि को पर्यावरण के लिए बेहद हानिकारक बताते हुए उन्होंने कहा कि जंगलों में लगने वाली आग से धरती की सतह राख हो जाती है व कई ऐसी प्रजातियां नष्ट हो जाती हैं, जो जीवन के लिए बेहद जरूरी हैं। कहा कि जंगलों में जितना आग लगेगी, धरा की आयु उतनी कम होती चली जाएगी। इस मौके पर नगर आयुक्त वैभव गुप्ता, अपर पुलिस अधीक्षक जया बलूनी, उपजिलाधिकारी सोहन सिंह सैनी, तहसीलदार दीक्षा उपाध्याय, राजकीय स्नातकोत्तर महाविद्यालय के प्रभारी प्राचार्य डा. एम. कुशवाहा, टीजीसी वेलफेयर सोसायटी की अध्यक्ष लक्ष्मी घिल्डियाल, प्रधानाचार्या नीना, ग्रीन पल्स संस्था के अध्यक्ष प्रमोद बंसल, उपाध्यक्ष परिणिता कंडवाल, डा. मोहन कुकरेती, दिग्विजय सिंह, मोहित कंडवाल, गणेश काला, योगेश जोशी सहित विभिन्न संस्थाओं के पदाधिकारी व स्कूल के बच्चे मौजूद रहे। संचालन सचिव प्रशांत कुकरेती ने किया।