यूपी-उत्तराखंड सीमा पर वन तस्करी रोकने को संयुक्त बैठक हुई
नैनीताल। उत्तराखंड व उत्तरप्रदेश की सीमा पर वन्यजीवों की तस्करी के रोकने के लिए दोनों प्रदेशों के वनाधिकारियों ने संयुक्त बैठक की। बुधवार को उत्तर प्रदेश और उत्तराखंड वन विभाग के द्वारा शिवालिक वन प्रभाग के सभागार में बैठक का आयोजन किया गया। जानकारी देते हुए डीएफओ चंद्रशेखर जोशी ने बताया की बैठक मुख्य वन संरक्षक गढ़वाल सुशांत कुमार, मुख्य वन संरक्षक मेरठ नरेश कुमार जानू की अध्यक्षता में हुई। इस दौरान मुख्य वन संरक्षक भागीरथी व यमुना समेत उत्तर प्रदेश समेत उत्तराखंड के तमाम वन अधिकारी मौजूद रहे। बैठक में वन्यजीवों की हो रही तस्करी समेत तेजी से बढ़ रहे अवैध खनन को रोकने पर चर्चा की गई। साथ ही कर्मचारियों के सामने जंगलों की कांबिंग के दौरान उत्पन्न हो रही संचार व्यवस्था को मजबूत करने पर भी चर्चा की गई। इस दौरान दोनों राज्यों के मुख्य वन संरक्षक ने वन विभाग के अधिकारियों को निर्देश दिए गए कि सभी लोग अपने क्षेत्र में संयुक्त रूप से गश्त करवाते रहें। जिनकी हर तीन माह के भीतर नियमित रूप से मनिटरिंग की जाए। डीएफओ जोशी ने बताया कि तेजी से बढ़ रहे वन्यजीव तस्करों की पहचान के लिए वन अधिकारियों को स्पष्ट निर्देश दिए हैं कि जंगलों समेत आसपास के क्षेत्र में रहने वाले लोगों पर विशेष निगरानी रखी जाए ताकि वन्यजीवों की तस्करी न हो और नए तस्करों की पहचान की जा सके।