जयनत प्रतिनिधि।
कोटद्वार : ऊर्जा निगम अपनी जिम्मेदारियों को लेकर कितना लापरवाह है इसका प्रत्यक्ष उदाहरण खूनीबड़ करन बिहार में देखने को मिल रहा है। जहां जर्जर हाल में खड़े विद्युत पोल सड़क की ओर लटकने से रोकने के लिए दीवार का सहारा दिया गया है। दीवार पर रस्सी के सहारे विद्युत पोल को बांधा गया है। ऐसे में यदि यह विद्युत पोल धराशायी हुई तो बड़ी दुर्घटना हो सकती है।
जिस स्थान पर यह दृश्य है उसी के समीप एक अस्पताल व विद्यालय संचालित होता है। सड़क से भी प्रतिदिन सैकड़ों लोग आवागमन करते हैं। ऐसे में ऊर्जा निगम ने अपनी जिम्मेदारी में लापरवाही दिखाते हुए पोल को बदलने के बजाय उसे जुगाड़ भरोसे लटका दिया है। ऐसे में कपड़ों की रस्सी बनाकर बांधे इस पोल से दुर्घटनाओं का अंदेशा बना हुआ है। पोल के आसपास से गुजरते समय लोगों की सांसें अटकी रहती है। अभिभावक अपने बच्चों को उक्त स्थान से भेजने में भी घबरा रहे हैं। यह सब देखकर लगता है कि मानों ऊर्जा निगम विधानसभा अध्यक्ष के निर्देशों को भी गंभीरता से नहीं लेता। दरअसल, कुछ माह पूर्व विधानसभा अध्यक्ष ने ऊर्जा निगम के अधिकारियों को जर्जर पोल को चिन्हित कर उनके स्थान पर नए पोल लगाने के निर्देश दिए थे। लेकिन, ऊर्जा निगम ने बैठक के निर्देशों का धरातल पर कोई पालन नहीं किया।