न्यूयॉर्क , अमेरिकी राष्ट्रपति डोनाल्ड ट्रंप की दक्षिण कोरिया यात्रा से ठीक पहले उत्तर कोरिया ने समुद्र से सतह पर मार करने वाली क्रूज मिसाइलों का परीक्षण किया है। यह परीक्षण ऐसे समय में किया गया, जब ट्रंप एशिया-प्रशांत आर्थिक सहयोग (्रक्कश्वष्ट) सम्मेलन में शामिल होने के लिए एशिया दौरे पर हैं। अमेरिकी राष्ट्रपति ट्रंप 29-30 अक्टूबर को दक्षिण कोरिया के दौरे पर रहेंगे। उनके दौरे से एक दिन पहले उत्तर कोरिया ने कोरियाई प्रायद्वीप के पश्चिमी तट पर यह मिसाइल परीक्षण किया।
उत्तर कोरियाई सरकारी मीडिया *्यष्टहृ्र* के अनुसार, मिसाइलों को पीले सागर से वर्टिकल लॉन्च किया गया। वे लगभग 7,800 सेकंड (करीब दो घंटे) तक तय मार्ग पर उड़ती रहीं और अंत में अपने लक्ष्य पर जा गिरीं। रिपोर्ट में बताया गया कि यह परीक्षण उत्तर कोरिया की समुद्री हमले की क्षमता को और सुदृढ़ करने के उद्देश्य से किया गया था।
परीक्षण की निगरानी शीर्ष सैन्य अधिकारी पाक जोंग चोन ने की। उन्होंने कहा कि उत्तर कोरिया की परमाणु शक्तियों को युद्ध-निवारक के रूप में विकसित करने में महत्वपूर्ण प्रगति हासिल की जा रही है। गौरतलब है कि इस मिसाइल परीक्षण में उत्तर कोरिया के शीर्ष नेता किम जोंग उन अनुपस्थित रहे। आम तौर पर वह प्रमुख मिसाइल प्रक्षेपणों की निगरानी करते हैं, लेकिन हाल के कुछ परीक्षणों में भी उनकी गैरमौजूदगी दर्ज की गई है।
ट्रंप और किम की संभावित मुलाकात पर अटकलें
इस बीच, ट्रंप ने संकेत दिया है कि उनकी किम जोंग उन से मुलाकात हो सकती है। टोक्यो जाते समय *एयर फोर्स वन* में पत्रकारों से बातचीत में उन्होंने कहा कि अगर उत्तर कोरियाई नेता सहमत होते हैं, तो वे मिलने के इच्छुक हैं। ट्रंप ने प्योंगयांग पर लगे कुछ प्रतिबंधों में ढील देने का भी संकेत दिया। दोनों नेताओं की आखिरी मुलाकात 2019 में *डिमिलिटराइज्ड जोन (ष्ठर्रूं)* में हुई थी। हालांकि, इस बार संभावित मुलाकात को लेकर उत्तर कोरिया की ओर से अब तक कोई प्रतिक्रिया नहीं दी गई है।