कालाबाजारी: रात में बिना पर्ची के रेमडेसिविर पकड़ा तो दिन में अधिक वसूली में लैब संचालक गिरफ्तार
हल्द्वानी। देश के अन्य राज्यों की तरह हल्द्वानी में भी कालाबाजारी, कोविड दवाओं पर अधिक दाम की वसूली व जांच में दो से तीन गुना वसूली के मामले बढ़ रहे हैं। हल्द्वानी पुलिस को सोमवार रात में सूचना मिली कि शहर के विवेकानंद अस्पताल में रेमडेसिविर बिना पर्चे व बिल के बिक रही है। ड्रग इंस्पेक्टर व पुलिस विभाग की संयुक्त छापामारी में मामला पकड़ा भी गया। विभाग ने मेडिकल स्टोर के लाइसेंस रद करने की संस्तुति भी की है। ठीक दूसरे दिन शहर के लैब में कोरोना टेस्ट में अधिक वसूली की शिकायत मिली। पुलिस ने मौके पर पहुंचकर लैब संचालक पर कार्रवाई कर गिरफ्तार कर लिया है। मुखानी स्थित पैथ काइंड लैब में एक युवक मंगलवार को आरटीपीसीआर टेस्ट कराने पहुंचा। इस टेस्ट की फीस 700 रुपये निर्धारित होने के बावजूद 1200 वसूला जा रहा था। इसकी शिकायत युवक ने कालाबाजारी रोकने के लिए जारी किए गए नंबर में कर दी। कोरोना जांच लैब में अनियमितता की शिकायत मिलने के बाद पुलिस व जिला प्रशासन ने टीम बनाकर निरीक्षण किया। नायब तहसीलदार हरीश राम, मुखानी एसओ सुशील कुमार, आरटीओ चौकी प्रभारी निर्मल लटवाल ने मौके पर पहुंचकर कागजातों की जांच की और लोगों से बात की। शिकायत की पुष्टि होने पर पुलिस ने लैब संचालक महेंद्र सिंह रावत पुत्र भोपाल सिंह रावत निवासी डहरिया को गिरफ्तार कर लिया। एसआई त्रिभुवन अधिकारी की तहरीर पर लैब संचालक के खिलाफ आवश्यक वस्तु अधिनियम, आपदा प्रबंधन व जालसाजी की धाराओं में मुकदमा दर्ज किया गया है।