कालिदीखाल-बदरीनाथ ट्रैक के लिए सीजन का पहल दल रवाना
उत्तरकाशी। माउंट सुपर एडवेंचर के नेतृत्व में सीजन का पहल दल सबसे ऊंचे ट्रैक रूट में शामिल कालिदीखाल-बदरीनाथ ट्रैक के लिए रवाना हो गया। यह दल गोमुख जाने वाला भी पहला दल होगा। जिसमें 9 सैलानियों सहित 13 सदस्य शामिल हैं। ये पर्यटक दिल्ली, उत्तर प्रदेश, हरियाणा, कर्नाटक, पश्चिम बंगाल और बिहार के रहने वाले हैं।उत्तरकाशी की ट्रैकिंग एजेंसी माउंट सुपर एडवेंचर के नेतृत्व में गत मंगलवार को गंगोत्री से रवाना हुआ। जो रात्री विश्राम के लिए चीड़वासा पहुंचे। जहां से बुधवार सुबह दल भोजवासा पहुंचा। ट्रैकिंग से जुड़े मनोज रावत ने कहा कि गंगोत्री से बदरीनाथ तक हिमालय की कंदराओं और ग्लेशियर के ऊपर से होकर गुजरने वाले इस 109 किमी लंबे ट्रैक पर भारत की हिमाच्छादित एक दर्जन नामचीन चोटियों का दीदार होता है। भारत-चीन सीमा से लगा यह ट्रैक भारतीयों ही नहीं, विदेशियों की भी विशेष पसंद है। हालांकि, इनर लाइन क्षेत्र में होने के कारण चुनिंदा विदेशी पर्यटकों को ही अनुमति मिल पाती। उन्होंने बताया कि समुद्रतल से 5980 मीटर की ऊंचाई पर गंगोत्री धाम से बदरीनाथ को जोड़ने वाले इस ट्रैक पर इस सीजन में पहला ग्रुप मंगलवार को रवाना हुआ। यह ग्रुप 29 सितंबर को बदरीनाथ पहुंचेगा। इस ट्रैक पर भारत की नामचीन चोटियों में शामिल शिवलिग, खर्चकुंड, भागीरथी-प्रथम, द्वितीय व तृतीय, केदारडोम, वासुकी पर्वत, सतोपंथ, चौखंभा, माणा पीक सहित कई प्रसिद्ध चोटियों का दीदार होता है। 80 फीसद बर्फ से ढके इस ट्रैक का सफर पूरा करने में 12 दिन का समय लगता है।