रुद्रपुर। एनएच-74 पर सोमवार को रुद्रपुर-किच्छा के बीच देवरिया के निकट एक बाइक ने कांवड़िए को टक्कर मार दी। इससे कांवड़िया घायल हो गया, जबकि बाइक सवार मौके से फरार हो गया। हादसे से गुस्साए कांवड़ियों के जत्थे ने किच्छा और ग्राम बरा में सड़क पर बैठकर जाम लगा दिया और पुलिस प्रशासन के खिलाफ जमकर नारेबाजी की। सूचना मिलते ही प्रभारी कोतवाल निशा यादव मौके पर पहुंचीं और कांवड़ियों को समझाने का प्रयास किया। सूचना मिलते ही एसपी सिटी उत्तम सिंह नेगी और एसडीएम कौस्तुभ मिश्रा भी पहुंच गए और आरोपी बाइक सवार के खिलाफ कार्रवाई का भरोसा देकर कांवड़ियों को जाम खोलने के लिए राजी कर लिया। बीती 19 फरवरी को हरिद्वार की हर की पौड़ी से गंगाजल लेकर ग्राम गबिया, माधोटांडा पीलीभीत का लगभग तीन सौ कांवड़ियों का जत्था अपने गंतव्य के लिए रवाना हुआ था। सोमवार सुबह लगभग आठ बजे रुद्रपुर-किच्छा के बीच गुजर रहे कांवड़ियों के जत्थे में देवरिया के निकट एक बाइक सवार घुस गया। बाइक की टक्कर लगने से जत्थे में कांवड़ लेकर आ रहा उत्तम पुत्र धर्मा मंडल निवासी ग्राम गबिया माधोटांडा घायल हो गया। जबकि बाइक सवार मौके से फरार हो गया। हादसे से कांवड़ियों में आक्रोश फैल गया। टोल प्लाजा की एंबुलेंस से उत्तम को रुद्रपुर अस्पताल ले जाया गया। इधर, आरोपी बाइक चालक को गिरफ्तार करने की मांग को लेकर कांवड़िए सड़क पर बैठ गए और नारेबाजी शुरू कर दी। जबकि दूसरी लेन में उन्होंने अपने कैंटर आड़े-तिरछे खड़े कर दिये। इस कारण एनएच पर दोनों ओर जाम लग गया। सूचना मिलते ही आईपीएस प्रशिक्षु प्रभारी कोतवाल निशा यादव पुलिस बल के साथ मौके पर पहुंचीं और कांवड़ियों को समझाने का प्रयास किया। कांवड़ियों ने आरोप लगाया कि पुलिस ने उनके लिए एक लेन सुरक्षित नहीं की है और यातायात व्यवस्था बनाने के लिए सड़क पर पुलिस की तैनाती भी नहीं है। इसके कारण दुर्घटना हुई है। कहा कि यूपी क्षेत्र में कांवड़ियों के लिए एनएच की एक लेन सुरक्षित की गई है। उन्होंने पुलिस पर कांवड़ियों के प्रति उदासीनता बरतने का आरोप लगाया और आरोपी बाइक चालक को गिरफ्तार करने की मांग की। पुलिस के समझाने के बावजूद कांवड़िए अपनी मांग पर अडिग रहे। सूचना मिलते ही एसपी सिटी उत्तम सिंह नेगी, एसडीएम कौस्तुभ मिश्रा, तहसीलदार गिरीश चंद्र त्रिपाठी मौके पर पहुंच गए। प्रशासन के तीन घंटे के मान-मनौव्वल के बाद कांवड़िए आरोपी बाइक चालक के खिलाफ कड़ी कार्रवाई के भरोसे पर जाम खोलने को तैयार हो गए। इसके बाद प्रशासन ने राहत की सांस ली।