हरिद्वार। कांवड़ मेले के लिए सरकार ने पहली किस्त पांच करोड़ रुपये जारी कर दिए हैं। जबकि, दूसरी किस्त भी जल्द जारी होने की संभावना है। इस बार खर्च का आंकड़ा 10 करोड़ रुपये तक पहुंच सकता है, जो अब तक के इतिहास में सबसे अधिक बजट होगा। जारी हुए रुपयों से कांवड़ पटरी मरम्मत, अस्थायी अस्पताल, साफ सफाई, पेयजल, बिजली समेत अन्य चीजों में खर्च होंगे। कांवड़ यात्रा 11 जुलाई से शुरू होकर 23 जुलाई तक चलेगा। मेले की तैयारियों को लेकर प्रशासन ने रफ्तार पकड़ ली है। राज्य सरकार ने पहली किश्त के रूप में 05 करोड़ रुपये जारी कर दिए हैं, वर्ष 2024 में पांच करोड़ 70 लाख रुपये जारी हुए थे, जबकि इस बार प्रशासन ने साफ संकेत दिए हैं कि व्यवस्था को और बेहतर बनाने के लिए बजट दोगुना किया जाएगा। स्वास्थ्य विभाग की ओर से 21 अस्थायी अस्पताल बनाए जाएंगे। साथ ही सात एंबुलेंस डाक कांवड़ियों के लिए तैनात रहेंगी। नगर निगम को 363 लाख रुपये की धनराशि जारी होंगे, जिससे बैरागी कैंप, पुल जटवाड़ा और पंतद्वीप पार्किंग में साफ-सफाई, पर्यावरण मित्र और 120 मोबाइल शौचालयों की व्यवस्था की जाएगी। पेयजल व्यवस्था के लिए 91 लाख रुपये निर्धारित किए गए हैं। 44 किलोमीटर लंबी कांवड़ पटरी की मरम्मत की जाएगी, ताकि शिवभक्तों को यात्रा में कोई दिक्कत न हो। पुलिस विभाग को 71 लाख रुपये दिए गए हैं, जिससे ट्रैफिक साइन बोर्ड, ड्रोन कैमरे और निगरानी व्यवस्थाएं दुरुस्त की जाएंगी। प्रशासन का फोकस इस बार भीड़ प्रबंधन, सफाई, चिकित्सा और सुरक्षा पर रहेगा। अधिकारियों का कहना है कि इस बार कांवड़ियों की संख्या पिछले वर्षों से कहीं अधिक होने की संभावना है, इसलिए सभी विभागों को एक साथ मिलकर बेहतर कार्ययोजना के साथ काम करने के निर्देश दिए गए हैं।
5 करोड़ पहुंच सकता है यात्रियों का आंकड़ा: कांवड़ यात्रा में अनुमान है कि इस बार आंकड़ा पांच करोड़ के पार पहुंच सकता है। पिछली साल साढ़े चार करोड़ के आस पास कावड़िए हरिद्वार पहुंचे थे, लगातार यह आंकड़ा बढ़ रहा है।
कांवड़ मेले के लिए पहली किस्त पांच करोड़ रुपये जारी किए गए है, जल्द ही दूसरी किस्त भी मिल जाएगी। 10 करोड़ रुपये मिलने की उम्मीद है। 11 जुलाई से पहले ही सभी कार्य पूरे कर लिए जाएंगे। विभागवार बजट का आवंटन किया जा रहा है। – मयूर दीक्षित, जिलाधिकारी, हरिद्वार