काव्य गोष्ठी का आयोजन किया
चम्पावत। साहित्यिक एवं सांस्कृतिक चेतना मंच की ओर से काव्य गोष्ठी का आयोजन किया गया। इस दौरान हिमांशु जोशी के काव्य संग्रह अपना-अपना जीवन का विमोचन किया गया। रविवार को कुर्मांचल एंग्लो संस्कृत विद्यालय में डॉ. तिलकराज जोशी की अध्यक्षता में आयोजित कार्यक्रम का शुभारंभ मुख्य अतिथि ललित प्रसाद ने किया। कार्यक्रम में डॉ. भुवन चंद्र जोशी ने काश गरीब का पेट न होता और शरीर लोहे का होता… कविता पेश की। बबीता जोशी ने अंधेरे की तासीर मिटा ही डालें…, डॉ. तिलकराज जोशी ने मेरे ख्वाबों में आने की…, हर्षित पांडेय ने दुनिया से कुछ हटकर होता अच्छा है…, हिमांशु जोशी ने वो साइकिल वो सैर सपाटा, चूरन सस्ता अच्छा था…, अजय रस्तोगी ने तेज तूफानों की कितनी धार होगी क्या पता…, दिव्यांगी रस्तोगी ने लाठी कहती बनो सहारा… रचना पेश की।