केदारनाथ के लिए 17 सालों में पहली बार कम हुआ हेलीकप्टर का किराया
रुद्रप्रयाग। केदारनाथ धाम के लिए संचालित हेलीकप्टर सेवाओं में 17 सालों में पहली बार तीर्थयात्रियों को कम किराया होने से बड़ी राहत मिली है। वर्ष 2003 से वर्ष 2020 की अवधि में यह पहला मौका है जब हेलीकप्टर किराए में काफी कमी आई है। जिससे देश-विदेश के तीर्थयात्रियों के साथ ही अब लोकल लोगों को भी हेलीकप्टर की यात्रा करने का मौका मिलेगा।
केदारनाथ धाम के लिए पहली बार वर्ष 2003 में अगस्त्यमुनि क्रीड़ा मैदान से हेली सेवा का शुभारंभ हुआ। तब एक मात्र पवनहंस ने सेवा शुरू की। इसके बाद वर्ष 2006 से फाटा से प्रभातम एविएशन ने हेली सेवा शुरू की। इसके बाद से तो मानो हेली सेवाओं की बाढ़ सी आ गई। देखते ही देखते केदारनाथ के लिए 13 हेली सेवाएं चलने लगी। हालांकि बाद में यह संख्या 9 हो गईं। कोरोना संकट में बमुश्किल यात्रा शुरू हुई तो हेलीकप्टर कंपनियां भी सेवा देने के लिए आतुर रही। इसी को देखते हुए उत्तराखंड नागरिक प्राधिकरण यूकाडा ने इस साल 8 हेली कम्पनियों को केदारनाथ उड़ने की अनुमति दी। इसमें दो नई कम्पियां हैं। बताया जा रहा है कि अनलाइन टेंडर में ही नई कम्पनियों ने किराया कम रखा जिससे उन्हें सरकार ने शीघ्र अनुमति दे दी। इधर पहली बार किराया कम होने से तीर्थयात्रयों में भी उत्साह है तो लोकल लोगों में भी हेली सेवा से केदारनाथ जाने की उम्मीद जग गई है।
सुरेंद्र सिंह पंवार, नोडल अधिकारी हेली सेवा का कहना है कि वर्ष 2003 से पहली बार हेलीकप्टर किराए में काफी गिरावट आई है। यह पहला मौका है जब सभी हेलीपैड़ो से किराए में बदलाव आया है। विशेषकर गुप्तकाशी और फाटा हेलीपैड से केदारनाथ जाने के लिए किराए में काफी अंतर आया है। पहले की तुलना में वर्तमान में किराया काफी कम हुआ है।
इन हेलीपैडों से चल रहे हेलीकप्टर- गुप्तकाशी चारधाम हेलीपैड से ऐरो, मैखंडा से पिनैकल, फाटा से पवनहंस, चिप्सन एविएशन, थुम्बी, बडासू से क्रिस्टल एविएशन, शेरसी से हिमालयन हेली, सोनप्रयाग से ऐरो एयर क्राप्ट