केन्द्रीय विद्यालय की मांग को पूर्व सैनिकों का धरना जारी
जयन्त प्रतिनिधि।
कोटद्वार। पूर्व सैनिक सेवा परिषद कोटद्वार से जुड़े पूर्व सैनिकों ने केन्द्रीय विद्यालय की स्थापना की मांग को लेकर
शुक्रवार को दूसरे दिन तहसील परिसर में धरना जारी रखा। पूर्व सैनिक कोटद्वार भाबर में पिछले काफी समय से केन्द्रीय
विद्यालय खोलने की मांग कर रहे है, लेकिन अभी तक इस सम्बन्ध में कोई ठोस कार्रवाई नहीं हो पाई है। जिससे पूर्व
सैनिकों में रोष व्याप्त है। पूर्व सैनिकों ने कहा कि जल्द ही केन्द्रीय विद्यालय की स्थापना न होने पर उग्र आंदोलन को
मजबूर होगें।
तहसील परिसर में धरना देते हुए परिषद के अध्यक्ष गोपाल कृष्ण बड़थ्वाल ने आरोप लगाते हुए कहा कि
स्थानीय विधायक एवं प्रदेश के काबीना मंत्री डॉ. हरक सिंह रावत ने पूर्व में केन्द्रीय विद्यालय की स्वीकृति की बात कही
थी, लेकिन अभी तक केवी की स्थापना को लेकर कोई कार्रवाई नहीं हो पाई है। सरकार केंद्रीय विद्यालय खोलने को लेकर
गंभीर नहीं है। उन्होंने कहा कि कोटद्वार क्षेत्र के अधिकतर युवा भारतीय सेना में कार्यरत हैं। कोटद्वार में केन्द्रीय विद्यालय
न होने से सैनिक अपने पाल्यों को निजी विद्यालयों में शिक्षा दिलाने को मजबूर है। कोटद्वारा में केन्द्रीय विद्यालय खोला
जाना बहुत जरूरी है। उन्होंने कहा कि पूर्व सैनिक कई साल से शासन-प्रशासन से केंद्रीय विद्यालय खुलवाने की मांग कर
रहे हैं, लेकिन अब तक इस ओर ध्यान नहीं दिया गया। जीके बड़थ्वाल ने कहा कि खूनीबड़ में रोडवेज कार्यशाला के
लिए प्रदेश के परिवहन मंत्री यशपाल आर्य ने दिसम्बर 2019 में 50 लाख की घोषणा की थी, लेकिन अभी तक
कार्यशाला का निर्माण कार्य शुरू नहीं हो पाया है। पूर्व के केन्द्रीय परिवहन मंत्री नितिन गडकरी ने कोटद्वार विधानसभा के
विकास के लिए घोषणाएं की थी, लेकिन अभी तक घोषणाओं पर अमल नहीं हुआ है। धरना देने वालों में कैप्टन सीपी
डोबरियाल, अनूप बिष्ट, सुभाष कुकरेती, सुरेश रावत, उमेद सिंह चौधरी, सूरवीर सिंह खेतवाल, कैप्टन सीपी धूलिया,
बलवार्न ंसह रावत आदि शामिल थे। (फोटो संलग्न है)
कैप्शन01: तहसील परिसर में केन्द्रीय विद्यालय की मांग को लेकर धरना देते हुए पूर्व सैनिक।