खबर का हुआ असर, पट्टा धारक ने शुरू किया स्टेडियम की दीवार का निर्माण कार्य
जयन्त प्रतिनिधि।
कोटद्वार। दैनिक जयन्त के 4 जुलाई के अंक में कोटद्वार की नदियों में दिखने लगा है मानकों के विपरीत खनन का असर, खोह व सुखरो में रूका बहाव, बन रही हैं झीलें शीर्षक नाम से खबर प्रकाशित की थी। स्थानीय प्रशासन ने खबर का संज्ञान लेते हुए पट्टाधारक को शशिधर भट्ट राजकीय स्पोर्टस स्टेडियम की दीवार बनाने, दीवार की सुरक्षा के लिए पत्थर लगाने और पानी का बहाव बीच में करने के निर्देश दिये, पट्टाधारक ने क्षतिग्रस्त दीवार का निर्माण कार्य शुरू कर दिया है।
ज्ञात हो कि खोह व सुखरो नदी में शासन की ओर से चैनलाइजेशन की अनुमति दी गई थी। स्थानीय प्रशासन ने मार्च और जून माह में उक्त नदियों में चैनलाजेशन के लिए पट्टे आवंटित किये। पट्टाधारकों ने नियमों के विपरीत नदियों को मशीनों से 15 से 20 फुट तक खोद डाला। जबकि नियमानुसार नदी को तीन मीटर तक ही खोदा जा सकता है। पट्टा धारकों ने शशिधर भट्ट राजकीय स्पोर्टस स्टेडियम की दीवार की नींव को भी खोद डाला। जिस कारण स्टेडियम की दीवार के बहने केखतरा बन गया। स्टेडियम के अधिकारियों व शशिधर भट्ट स्मृति खेल संस्था ने स्थानीय प्रशासन से इसकी शिकायत की। उपजिलाधिकारी ने शिकायत का संज्ञान लेकर पट्टा धारकों को बोल्डर लगाने को कहा गया था। नोटिस के बाद पट्टा धारकों ने स्टेडियम की ओर से दीवार के पास बोल्डर लगा दिये है। लेकिन इसके बावजूद भी खोह नदी का जलस्तर बढ़ने पर सुरक्षा दीवार की नींव को खतरा बना रहा। विगत 28 जून को राजस्व, सिंचाई व वन विभाग की संयुक्त टीम ने खोह नदी का सर्वे किया। सर्वे के दौरान प्रशासन की टीम ने खोह नदी में मानकों के विपरीत खनन की पुष्टि की थी। नदी में दो से तीन जगहों पर चैनलाइजेशन कार्य में एक चौथाई भाग नहीं छोड़ा गया है। वहीं दो से तीन जगहों पर गहरे गड्ढे पाये गये थे, जहां बारिश होने पर जल जमाव हो सकता है।
पिछले दिनों स्व. शशिधर भट्ट स्मृति खेल संस्था ने पदाधिकारी उपजिलाधिकारी योगेश मेहरा से मिले और स्टेडियम की सुरक्षा के लिए पट्टा धारक को दीवार बनाने के लिए निर्देशित करने की मांग की। उपजिलाधिकारी योगेश मेहरा ने पट्टा धारक को शशिधर भट्ट राजकीय स्पोर्टस स्टेडियम की क्षतिग्रस्त दीवार बनाने, दीवार की सुरक्षा के लिए पत्थर लगाने और पानी का बहाव बीच में करने के निर्देश दिये गये। पट्टा धारक ने स्टेडियम की क्षतिग्रस्त दीवार का निर्माण कार्य शुरू करा दिया है।