खानापूर्ति तक सिमटा अतिक्रमण हटाओ अभियान
जयन्त प्रतिनिधि।
कोटद्वार। नगर निगम कोटद्वार का अतिक्रमण हटाओ अभियान मात्र खानापूर्ति तक ही सिमट गया है। अतिक्रमण के नाम पर केवल ठेली वालों को परेशान किया जाता है। बुधवार को नगर निगम की ओर से बदरीनाथ मार्ग पर अतिक्रमण हटाओ अभियान चलाया गया। इस दौरान नगर निगम की टीम ने मुख्य डाकघर के पास सड़क किनारे ठेली वालों को तो भगा दिया, लेकिन प्रेक्षागृह के की दुकान के बाहर दुकान स्वामियों की ओर सजाये गये सामान को हटाने तक की जहमत नहीं उठाई। शायद नगर निगम के कर्मचारियों को यह अतिक्रमण नजर नहीं आता है। ठेली वालों का कहना है कि अतिक्रमण के नाम पर उन्हें ही परेशान किया जाता है, जबकि दुकान के बाहर अतिक्रमण को कभी भी नहीं हटाया जाता है।
शहर की व्यवस्था सुधारने के नाम पर कभी अतिक्रमण हटाओ अभियान चलता है तो कभी वाहनों के चालान काटे जाते है, लेकिन विभाग की ओर से ये सब बस खानापूर्ति के लिए किया जा रहा है। बुधवार को नगर निगम की टीम ने बदरीनाथ मार्ग पर अतिक्रमण हटाने की कार्रवाई शुरू की। इस दौरान टीम ने सड़क किनारे लगी ठेलियों को हटा दिया गया, लेकिन दुकान के बाहर सजाया गया सामान टीम को नजर नहीं आया। जब नगर निगम के कर्मचारियों के सामने ही अतिक्रमण किया जा रहा है तो इससे स्पष्ट होता है कि नगर निगम की सह पर ही प्रेक्षागृह की दुकानों के बाहर अतिक्रमण किया जा रहा है। बुधवार को अभियान चलाने के आधा घंटे बाद ही लोगों ने दोबारा अतिक्रमण कर लिया। वहीं अंकिता जोशी सहायक नगर आयुक्त नगर निगम कोटद्वार का कहना है कि जल्द ही अभियान चलाया जायेगा। अतिक्रमण करने वालों के खिलाफ सख्त कार्रवाई की जायेगी।
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आधे घंटे बाद फिर फैल गया अतिक्रमण
अतिक्रमण हटाओ अभियान को लेकर बुधवार को बदरीनाथ मार्ग पर खानापूर्ति के लिए मात्र आधे घंटे तक अभियान चलाया गया। अतिक्रमण हटाने की कार्रवाई के बारे में जानकारी मिलते ही कई अतिक्रमणकारियों ने अपना सामान दुकान के अंदर रख लिया तो कई व्यापारियों की ओर से किए अतिक्रमण को टीम ने हटवा दिया। लेकिन प्रेक्षागृह में ऐसे भी दुकानदार है जिन पर इस तरह के अभियान से कोई फर्क नहीं पड़ता है। फर्क पड़े भी कैसे जब नगर निगम के कर्मचारी उनकी दुकान के बाहर रखने सामान को हटाने की जहमत ही नहीं उठाते है।
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ठेलियों तक सिमटा अभियान
नगर निगम कोटद्वार को अतिक्रमण हटाने के नाम पर बदरीनाथ मार्ग पर पे्रक्षागृह के समीप सिर्फ ठेलियां ही नजर आईं। टीम ने सड़क किनारे खड़ी ठेलियों को वहां से भगा दिया। ठेली वालों की इतनी ताकत भी नहीं थी कि वह प्रशासन से भिड़ सके। वहीं किसी दुकानदार का सामान उठाने की टीम की हिम्मत नहीं हुई।