उत्तर कोरिया में भीषण बाढ़ से किम जोंग का गुस्सा चढ़ा उफान पर
प्योंगयांग , उत्तर कोरिया में आईभीषण बाढ़ के कहर के बाद वहां के सुप्रीम लीडर किम जोंग का गुस्सा सातवें उफान पर है।बाढ़ को रोक पाने में नाकाम रहे 30 हाई रैंकिंग अधिकारियों को किम जोंग ने फांसी दे दी है। विनाशकारी बाढ़ ने चागांग प्रांत के कुछ हिस्सों को तबाह कर दिया, जिसमें 4000 से ज्यादा उत्तर कोरियाई लोग मारे गए। तानाशाह किम ने बाढ़ प्रभावित इलाकों का दौरा किया था। इस दौरान बाढ़ की भयावहता को देखकर वह क्रोधित हो गए। उन्होंने आव न देखा ताव, तुरंत उबाढ़ में लापरवाही बरतने के आरोप में 30 अधिकारियों को फांसी की सजा दे दी।दक्षिण कोरिया की मीडिया रिपोर्ट के मुताबिक, बाढ़ प्रभावित क्षेत्र में पार्टी के 20-30 प्रमुख व्यक्तियों को पिछले महीने के अंत में एक ही समय में फांसी दे दी गई थी। तानाशाह किम जोंग ने कहा है कि बाढ़ प्रभावित इलाकों को दोबारा खड़ा करने में 2-3 महीने का समय लग सकता है। उन्होंने देश के 3 प्रांतों को स्पेशल डिजास्टर इमरजेंसी जोन घोषित किया है। कोरोना महामारी के बाद से नॉर्थ कोरिया में सार्वजनिक तौर पर सजा-ए-मौत दिए जाने के मामले बढ़ गए हैं। कोरोना से पहले तक नॉर्थ कोरिया में एक साल में 10 सार्वजनिक मौत की सजा के मामले सामने आए थे। लेकिन अब हर साल करीब 100 लोगों को यह सजा दी जा रही है।