भंडारे के साथ शिव महापुराण का समापन, कीर्तन मंडलियों को किया सम्मानित
जयन्त प्रतिनिधि।
कोटद्वार : भाबर क्षेत्र के अंतर्गत उदयरामपुर में विभिन्न कीर्तन मंडलियों की ओर से आयोजित शिवमहापुराण कथा का मंगलवार को समापन हो गया है। इस दौरान कीर्तन मंडलियों को सम्मानित किया गया। साथ ही मंदिर परिसर में विशाल भंडारे का भी आयोजन हुआ।
कथा के अंतिम दिन आचार्य राकेश चंद्र लखेड़ा ने भक्तों से अपने जीवन में शिव को अपनाने की सीख दी। कहा कि धार्मिक आयोजनों में भावनाएं होनी जरूरी है। सगुण, साकार, सूर्य, चंद्रमा, जल, पृथ्वी, वायु यह एक शिवपुराण का स्वरूप है। कहा कि अपने चारों और सदैव वातावरण शुद्ध रखें जहां स्वच्छता और शांति होती है, वहां देवताओं का वास होता है। कहा कि शिव ही मनुष्य को सांसारिक बंधनों से मुक्त कर सकते हैं। शिव की भक्ति से सुख व समृद्धि प्राप्त की जा सकती है। इस अलौकिक शिवपुराण की कथा सुनाना अर्थात पाप से विमुक्त होना है। कथा समापन के उपरांत विशाल भंडारे का भी आयोजन किया गया। साथ ही आयोजन में अहम भागीदारी निभाने वाली कीर्तन मंडलियों को सम्मानित किया गया। कार्यक्रम में गौ सेवा आयोग के अध्यक्ष पं. राजेंद्र अण्थ्वाल ने कहा कि हम सभी को अपनी संस्कृति व सभ्यता को बचाने के लिए आगे आना चाहिए। इस मौके पर पूर्व मंत्री सुरेंद्र सिंह नेगी, निवर्तमान महापौर हेमलता नेगी, प्रकाश चंद्र कोठारी, मयंक कोठारी, सिंधु कोठारी, भरोसानंद कंडवाल, राज गौरव नौटियाल, प्रवेश नवानी, एसएन नौटियाल, राजेंद्र पंत आदि मौजूद रहे।