किसान आंदोलन के नेतृत्व करने में जुटी राष्ट्र विरोधी ताकतें: सुयाल
कृषि सुधार बिल नहीं होगा वापस, चर्चा के लिये केंद्र सरकार तैयार
उत्तरकाशी। भाजपा के प्रदेश प्रवक्ता एवं उत्तरकाशी जिला प्रभारी विनोद सुयाल उत्तरकाशी पहुंच कर किसान आंदोलन को राजनीति दलों की साजिश करार दी। उन्होंने सोमवार को लोनिवि विश्राम गृह मे पत्रकारों को कृषि सुधार बिल पर रखा सरकार का पक्ष रखा। किसान आंदोलन में जो लोग नेतृत्व करने की कोशिश कर रहे है वे राष्ट्र विरोधी ताकतें है। केंद्र की सरकार किसानों की आय दोगुनी करने वाले इस बिल को किसी भी हालत में वापस नहीं लेगी। उन्होंने कहा कि सरकार द्वारा तीन कृषि सुधार बिल दोनों सदनों में हुए ध्वनि मत से पास,राज्य सभा में सरकार का बहुमत नहीं होने पर भी बिल पास हुआ,तब किसी भी पार्टी के किसी भी सांसद द्वारा विरोध नहीं किया गय।,इस पर सवाल उठाना लाजमी है,शायद बिल पास कराने के बाद कुछ चुनिंदा प्रदेशों के किसानों को भड़काने की रणनीति पहले ही तय कर ली गई थी। येही कारण है कि कई किसान अब इस षडयंत्र को जान चुके है और इसलिए वे अब आंदोलन की राह छोड़ वार्ता के लिए तैयार है। संसद में पास हुए कृषि विधेयकों से 70 साल बाद देश के अन्नदाताओं को विचोलियों के चुंगल से मुक्ति मिलेगी साथ ही अपनी उपज को इच्छानुसार मूल्य पर कहीं भी बेचने की आजादी मिलेगी।पहले किसानों का बाजार सिर्फ स्थानीय मंडी हुआ करती थी,और खरीददार सीमित थी।मूल्यों में पारदर्शिता नहीं थी,और परिवहन लागत अधिक हुआ करती थी,लंबी कतारों एवम नीलामी में देरी के साथ साथ स्थानीय माफिया की भी मार झेलने पड़ती थी।खेती किसानी में निजी निवेश होने से तेज विकास होगा।तथा रोजगार के अवसर भी बढ़ेंगे। किसानों का एक देश एक बाजार का सपना भी पूरा होगा। इस अवसर पर यमुनोत्री क्षेत्र के विधायक केदार सिंह रावत, जिला अध्यक्ष रमेश चैहान पूर्व अध्यक्ष श्याम डोभाल,महामंत्री हरीश डंगवाल,विजय संतरी, सुरेश चैहान,जयबीर चैहान ,महावीर नेगी, लोकेंद्र बिष्ट, गिरीश रमोला, जय प्रकाश भट्ट, भारत भूषण भट्ट, शोभन सिंह राणा, अनीता राणा, जालमा राणा, बाल्शेखर नौटियाल व विजयपाल मखलोगा सहित भाजपा कार्यकर्ता उपस्थित रहे।