-पहले भी दिया जा चुका है इस चौक को सर्वोदय चौक नाम
-राजनीति का मुद्दा बनकर रह गया है कोटद्वार का व्यस्ततम चौक
जयन्त प्रतिनिधि।
कोटद्वार : कोटद्वार नगर निगम क्षेत्र की बात करें तो यहां अव्यवस्थाएं चारों ओर मुंह खोले आसानी से देखी जा सकती हैं। यहां अराजकता का माहौल इस कदर हावी है कि कोई भी नियम मानने को राजी नहीं है। इसका उदाहरण निगम क्षेत्र के अंतर्गत हो रहे अवैध निर्माण समेत तमाम अनियमितताओं से लिया जा सकता है। निगम इन समस्याओं के निस्तारण के लिए तो एक कदम भी उठाने को तैयार नहीं है, लेकिन चौक चौराहों के नाम बदलने को विकास बता रहा है। रविवार को लाल बत्ती चौक का नाम बदलकर वीर बाला तीलू रौतेली के नाम पर रख दिया गया। इस पर गढ़वाल सर्वोदय मंडल ने आपत्ति जताई है।
गढ़वाल सर्वोदय मंडल के अध्यक्ष सुरेन्द्र लाल आर्य का कहना है कि वर्ष 2010 में कथित लालबत्ती चौक का नाम सर्वोदय सेवक मान सिंह रावत एवं गढ़वाल सर्वोदय मंडल के प्रस्ताव पर विचार करते हुए तत्कालीन नगर पालिका अध्यक्ष शशि नैनवाल व सभासदों द्वारा एकमत से सर्वोदय चौक रख दिया गया था। उस वक्त यहां सर्वोदय चौक का बोर्ड लगाने व सौंदर्यीकरण को लेकर तत्कालीन मुख्यमंत्री ने जिलाधिकारी को निर्देशित भी किया था। हालांकि इस पर आज तक कोई सकारात्मक कार्रवाई नहीं की गई, लेकिन नगर निगम कोटद्वार ने सर्वोदय सेवक स्वर्गीय मान सिंह रावत के योगदान को भुलाते हुए इस लाल बत्ती चौक का नाम वीर बाला तीलू रौतेली के नाम पर रख दिया है। उन्होंने कहा कि वीर बाला तीलू रौतेली भी हमारी गौरव हैं और उनके योगदान को कभी भुलाया नहीं जा सकता है, लेकिन शहर में और चौराहें भी हैं। जिन्हें उनका नाम दिया जा सकता है। जिस चौराहे को पहले ही सर्वोदय चौक नाम दिया जा चुका है, उसका फिर से नामकरण करना न्यायोचित नहीं है।