बदहाल पड़ा कौड़िया-मोटाढांक मार्ग, जिम्मेदार लापरवाह
शिकायत के बाद भी जिम्मेदार विभाग नहीं ले रहा मार्ग मरम्मत की सुध
जयन्त प्रतिनिधि।
कोटद्वार : कौड़िया से मोटाढाक के बीच सड़क पर बने गड्ढे कब किसी की जिदगी पर भारी पड़ जाएं कुछ कहा नहीं जा सकता। पूर्व में हुए हादसों के बाद भी जिम्मेदार विभाग सड़क मरम्मत की सुध नहीं ले रहा। कई स्थानों पर सड़क में बनाई गई सीमेंट की सड़क से बाहर निकले सरिया भी बाहर निकल दुर्घटना को न्योता दे रहे हैं।
कुछ वर्ष पूर्व लोक निर्माण विभाग की ओर से कौड़िया-तल्ला मोटाढाक-मोटाढाक के मध्य चार किलोमीटर सड़क का डामरीकरण किया गया था। लेकिन, वर्तमान में यह सड़क पूरी तरह बदहाल हो चुकी है। ऐसे में वाहन चालकों को गड्ढों के बीच सड़क खोजनी पड़ रही है। सबसे अधिक परेशानी दोपहिया वाहन चालकों को हो रही है। क्षेत्रवासी शांति देवी, मुन्नी देवी ने बताया कि सड़क मरम्मत के लिए पूर्व में जनता कई बार लोक निर्माण विभाग को पत्र दे चुकी हैं, लेकिन आज तक कोई भी अधिकारी या कर्मचारियों मौके पर झांकने तक नहीं पहुंचा। बीईएल-मोटाढाक रोड पर गड्ढों के कारण आए दिन दुर्घटनाएं हो रही हैं। रात के अंधेरे में गड्ढे बचाने के चक्कर में वाहनों की आपस में भिड़ंत भी हो जाती है।
ओवरलोड वाहन बने मुसीबत
मोटाढाक से बीईएल को जाने वाली सड़क पर दिन-रात दौड़ रहे ओवरलोड वाहन क्षेत्रवासियों के लिए मुसीबत बन रहे हैं। वाहनों के कारण सड़क का डामर पूरी तरह उखड़ चुका है। क्षेत्रवासियों का कहना है कि जब तक ओवरलोड वाहनों पर रोक नहीं लगाई जाएगी तब तक डामर बिछाने का कोई फायदा नहीं होगा