148 डॉक्टर, फार्मासिस्ट, आशा व आंगनबाड़ी कार्यकत्रियों ने लगावाया कोरोना टीका
जयन्त प्रतिनिधि।
कोटद्वार। आयुर्वेदिक चिकित्सालय सिम्बलचौड़ व स्वास्थ्य केन्द्र लालपानी में 148 डॉक्टर, फार्मासिस्ट, आशा व आंगनबाड़ी कार्यकत्रियों को कोरोना टीका लगाया गया। पूर्व में राजकीय बेस अस्पताल के 138 कर्मचारियों को टीका लगाया गया था। टीका लगवाने वाले स्वास्थ्य कर्मियों ने आम जनता को भी टीकाकरण के प्रति जागरूक करने का संकल्प लिया। वहीं, बीरोंखाल के सामुदायिक स्वास्थ्य केंद्र में पंजीकृत 100 स्वास्थ्य कर्मियों में से 75 को कोरोना टीका लगाया गया। चिकित्सा अधिकारी शैलेंद्र सिंह रावत ने बताया कि पहला टीका अजीत नाम के स्वास्थ्य कर्मी को लगाया गया।
गुरूवार को आयुर्वेदिक चिकित्सालय सिम्बलचौड़ में 74 और स्वास्थ्य केन्द्र लालपानी में 70 डॉक्टर, फार्मासिस्ट, आशा व आंगनबाड़ी कार्यकत्रियों कोविड-19 वैक्सीन का टीका लगाया गया। गत बुधवार को कर्मचारियों को कोरोना वैक्सीन टीकाकरण के लिए मैसेज और फोन किया गया था। गुरूवार सुबह कर्मचारी निर्धारित समय पर टीकाकरण केन्द्र पहुंचे। जहां सबसे पहले कर्मचारियों के हाथों को सैनेटाइज करवाया गया। इसके बाद पुलिस टीम ने सूची और आधार कार्ड से कर्मचारियों के नाम का मिलान किया। इसके बाद उन्हें दूसरी टीम के पास भेजा गया। जहां उनके आधार कार्ड से कोविड टीकाकरण सूची से मिलान किया गया। इसके बाद तीसरी टीम कोविड पंजीकरण के पास भेजा गया। जहां उनका कोविड पोर्टल पर पंजीकरण किया गया। पंजीकरण के बाद उन्हें कोविड वैक्सीन का टीका लगाया गया। टीकाकरण के बाद निगरानी कक्ष में आधा घंटा निगरानी में रखा गया। वेटिग रूम में स्वास्थ्य कर्मियों ने उन्हें वैक्सीन लगने के बाद कोविड नियमों का पूर्व की भांति पालन करने को कहा। साथ ही स्वास्थ्य कर्मियों ने उनकी वीपी सहित अन्य जांचे की। साथ ही किसी भी प्रकार की दिक्कत होने पर डॉक्टर से सम्पर्क करने को कहा। दुगड्डा ब्लॉक के नोडल प्रभारी डॉ. शैलेन्द्र बड़थ्वाल ने बताया कि आयुर्वेदिक अस्पताल सिम्बलचौड़ में कोरोना टीका लगाने के लिए 82 कर्मचारियों का रजिस्टे्रशन किया गया था। जिसमें से 78 को टीका लगाया गया। वहीं स्वास्थ्य केन्द्र लालपानी में 75 कर्मचारियों का रजिस्टे्रशन किया गया था। जिसमें से 70 को टीका लगाया गया। उन्होंने बताया कि टीकाकरण के बाद किसी भी कर्मचारी को कोई दिक्कत नहीं है। दोनों केंद्रों में पंजीकृत नौ स्वास्थ्य कर्मियों को एलर्जी के कारण टीका नहीं लग पाया। टीकाकरण अभियान 8 फरवरी तक जारी रहेगा।