कोश्यारी ने किया युवाओं को आत्मनिर्भर बनने के लिए प्रेरित
बागेश्वर। महाराष्ट्र के राज्यपाल और प्रदेश के पूर्व मुख्यमंत्री भगत सिंह कोश्यारी शनिवार को अपने गांव नामतीचेटाबगड़ से दीपावली मनाकर लौटे। शामा में उनका जोरदार स्वागत हुआ। जवाहर लाल नेहरु इंटर कलेज में लोगों ने उनका सम्मान किया। इस दौरान राज्यपाल कोश्यारी ने युवाओं को आत्मनिर्भर बनने के लिए प्रेरित किया। उन्होंने कहा खेतीबाड़ी को कभी बंद नहीं होने वाला रोजगार है। हिमाचल की तर्ज पर यहां के युवा भी आत्मनिर्भर बनें।
उन्होंने कहा कि मुंबई में उत्तराखंड के 15 लाख लोग हैं, जबकि हिमाचल के केवल 50 हजार लोग हैं। हिमाचल के लोग आत्मनिर्भर हैं। उन्होंने सेब के बगीचे बनाए, आड़ू उगाए और आत्मनिर्भर बने। वहां के किसानों ने अपने उत्पादों को पेटेंट कराया और 40 का उत्पाद 120 रुपये में विदेशों में बेच रहे हैं। उत्तराखंड में यह व्यवस्था लागू करनी है। हमारी कोशिश है कि उत्तराखंड के उत्पादों को जीआई टैंगिंग और पैकिंग की व्यवस्था की जाएगी।
कोश्यारी ने प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी को सैकड़ों वर्षों में मिलने वाला पीएम बताया। कहा कि प्रधानमंत्री मोदी सबकी चिंता करते हैं। राज्यपालों की बैठक में भी वह प्रदेश की समस्याओं की जानकारी लेते हैं। उन्होंने कहा कि कपकोट सहित अन्य पहाड़ी क्षेत्र में खेतीबाड़ी का अधिक स्कोप है। यहां होने वाले उत्पादों की अधिकघ् मांग रहती है। युवाओं को महानगरों में नौकरी की तलाश छोड़कर अपनी इस धरोहर खेतीबाड़ी को सहेजना होगा। कहा कि अब नौकरी बहुत कम है, अगर हम खेती और उद्यान में काम नहीं करेंगे तो हम पिछड़ जाएंगे। उन्होंने कहा कि हम दनपुरिये हैं और कमाकर खाने में विश्वास रखते हैं। उन्होंने स्वयं के सीएम और राज्यपाल तक के सफर को तय करने के पीटे क्षेत्रवासियों का प्रेम बताया और कहा कि लोगों के प्रेम और सहयोग से ही वह इतने ऊंचे पद तक पहुंचे। कार्यक्रम में विधायक बलवंत घ्सिंह भौर्याल, जिपं अध्यक्ष बसंती देव, ब्लक प्रमुख गोविंद दानू, पूर्व विधायक शेर सिंह गढ़िया, भाजयुमो के प्रदेश उपाध्यक्ष सुरेश गढ़िया, पूर्व जिपं अध्यक्ष राम सिंह कोरंगा आदि मौजूद रहे।