कोटद्वार-पौड़ी

20 सितंबर को कोटद्वार बचाओ संघर्ष समिति करेगी चक्का जाम

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समस्याओं का निराकरण नहीं होने पर शासन-प्रशासन पर जताया रोष
जयन्त प्रतिनिधि।
कोटद्वार : शहर की विभिन्न समस्याओं को लेकर कोटद्वार बचाओ संघर्ष समिति ने 20 सितंबर को चक्काजाम करने का निर्णय लिया है। कहा कि इसके लिए विशेष अभियान भी चलाया जाएगा। शहर की विभिन्न संस्थाओं से सहयोग की अपील की जाएगी।
शुक्रवार को सिमति के संयोजक नागेंद्र उनियाल की अध्यक्षता में बैठक का आयोजन किया गया। वक्ताओं ने कहा कि उत्तराखंड राज्य गठन के बाद भी कोटद्वार विकास को तरस रहा है। विकास के नाम पर केवल जनता को गुमराह करने का कार्य किया गया है। पिछले कई दशकों से बस अड्डे के नाम पर क्षेत्रीय जनता को केवल मोटर नगर में एक गड्डा ही मिला है। लालढांग-चिल्लरखाल मोटर मार्ग का निर्माण नहीं होने से क्षेत्रवासी स्वयं को ठगा हुआ महसूस कर हरे हैं। क्षेत्रवासियों के विरोध के बाद भी आबादी के बीच ट्रेंचिंग ग्राउंड का संचालन किया जा रहा है। समिति ने राज्य निर्माण से पूर्व की भांति कोटद्वार की सीवर ट्रीटमेंट व्यवस्था को बनवाने के साथ ही कोटद्वार से दिल्ली जाने वाली रेल गाड़ी को भरत जन्म भूमि कण्वाश्रम एक्सप्रेस के नाम से बहाल करने की मांग उठाई। निर्णय लिया गया कि अभियान को सफल बनाने के लिए प्रत्येक वार्ड में अभियान चलाया जाएगा। बैठक में व्यापार संघ, नागरिक मंच, वरिष्ठ नागरिक मंच, साहित्यांचल, शैल शिल्पी विकास संगठन, सरोजनी देवी लोक विकास समिति, गढ़वाल सभा, सनेह विकास समिति, जीप टैक्सी यूनियन, ऑटो यूनियन, मोदी विचार मंच, पूर्व सैनिक सेवा संगठन ने भी एकजुट होने का संकल्प लिया। इस मौके पर कोटद्वार बचाओ संघर्ष समिति के अध्यक्ष चंद्र प्रकाश नैथानी, पीएल खंतवाल, प्रवेश नवानी, जनार्दन बुडाकोटी, विकास आर्य, सुरेंद्र लाल आर्य, गोपाल कृष्ण बड़थ्वाल, सीपी डोबरियाल, राजेंद्र सिंह बिष्ट आदि मौजूद रहे।

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