कोटद्वार बेस हॉस्पिटल में सात लोगों ने कोरोना को दी मात, बनें कोरोना विजेता, मंत्री हरक सिंह ने कोरोना योद्धाओं के साथ दी विदाई, 13 संदिग्धों की रिर्पोट का इंतजार
जयन्त प्रतिनिधि।
कोटद्वार। पौड़ी जिले में कोरोना संक्रमण के लगातार बढ़ते मामलों के बीच रविवार का जनपद वासियों के लिए खुशी लेकर आया। जनपद में जहां रविवार सांय तक कोरोना संक्रमण का कोई नया मामला प्रकाश में नहीं आया वहीं, कोरोना संक्रमण के सात मरीज बेस अस्पताल कोटद्वार से स्वस्थ होकर अपने घरों को गये। राजकीय बेस अस्पताल कोटद्वार में भर्ती सात कोरोना मरीजों ने कोरोना वायरस को मात देकर विजयी बनें है। स्थानीय विधायक एवं प्रदेश के वन मंत्री डॉ. हरक सिंह रावत ने कोरोना योद्धाओं के साथ मरीजों पर पुष्प वर्षा कर विदाई दी। मंत्री ने कहा कि 150 कोरोना जांच किट भी बेस अस्पताल को दिए। उन्होंने कहा कि सभी लोग कोरोना मरीजों को सहयोग कर उनका मनोबल बढ़ाये। कोरोना मरीजों से किसी भी प्रकार का भेदभाव न करें। कोरोना से मानसिक और शारीरिक रूप से स्वस्थ होकर ही लड़ा जा सकता है।
बेस अस्ताल में 10 कोरोना मरीजों का उपचार चल रहा है। इनमें से सात मरीज पूरी तरह से स्वस्थ हो गये है। स्वास्थ्य विभाग की ओर से सात मरीजों को स्वस्थ होने के बाद अस्पताल से छुट्टी दे दी गई है। बेस अस्पताल मेें अब आठ कोरोना मरीज स्वस्थ हो चुके है। जनपद के प्रभारी मंत्री एवं प्रदेश के वन मंत्री डॉ. हरक सिंह रावत ने सात कोरोना मरीजों के स्वस्थ होने पर उनको शुभकामना दी। मंत्री डॉ. रावत, बेस अस्पताल के प्रमुख अधीक्षक डॉ. वीसी काला, डॉ. जेसी ध्यानी, डॉ. सुनील शर्मा सहित अन्य चिकित्सकों ने मरीजों के स्वस्थ होने पर फूल बरसाकर उन्हें विदाई दी। इस मौके पर वन मंत्री डॉ0 हरक सिंह रावत ने प्रमुख अधीक्षक डॉ. वीसी काला, डॉ. सुनील शर्मा, डॉ. जेसी ध्यानी व अन्य चिकित्सकों को उनके सानिध्य में मरीजों के ठीक होने पर उन्हें साधुवाद दिया। मंत्री ने कहा कि बेस अस्पताल के बहुत बड़ी उपलब्धि है कि अस्पताल में 10 कोरोना संक्रमित मरीज भर्ती थे, चिकित्सकों, पैरामेडिकल स्टाफ के अथक प्रयास और मरीजों की दृढ़ इच्छा शक्ति से सात मरीज स्वस्थ्य हुए है। भारत सरकार के स्वास्थ्य विभाग की गाइड लाइन को ध्यान में रखते हुए सात जो लोग स्वस्थ्य हो गये है उन्हें सकुशल घर भेजने की व्यवस्था की है। फूलों की वर्षा कर एक संदेश देने की कोशिश की है कि एक तरह से ये योद्धा है जिन्होंने चिकित्सकों की देखरेख में अपनी संकल्प शक्ति के बलबूते पर कोरोना जैसी महामारी पर विजय प्राप्त की है। मंत्री ने कहा कि उन्होंने अपने प्रयास से अस्पताल को 100 पीपीई किट सौंपे है। साथ ही मास्क भी सौंपे है। उन्होंने कहा कि अस्पताल प्रशासन को 500 किट आयुर्वेदिक औषधी काढ़े की दी जायेगी। ताकि स्वास्थ्य कर्मियों की रोग प्रतिरोधक क्षमता को बढ़ाया जा सके। मंत्री ने कहा कि प्रदेश में संक्रमित मरीजों की संख्या लगातार बढ़ रही है, लेकिन खुशी की बात यह है कि संक्रमित मरीजों के ठीक होने का भी प्रतिशत बढ़ रहा है। उन्होंने कहा कि जल्द ही पौड़ी जनपद के ग्र्रीन जोन में शामिल होने की उम्मीद जगी है। इस मौके पर प्रमुख अधीक्षक डा. वीसी काला, डॉ. जेसी ध्यानी, डॉ. सुनील शर्मा समेत सुरेन्द्र्र ंसह गुसांई, विकास माहेश्वरी, सुधीर कुमार आदि उपस्थित रहे।
स्वास्थ्य विभाग को 13 मरीज की रिर्पोट का इंतजार
राजकीय बेस अस्पताल के प्रमुख अधीक्षक डॉ. वागीश काला ने बताया कि बेस अस्पताल में 10 कोरोना संदिग्ध मरीज भर्ती थे। सात मरीजों को स्वस्थ होने के बाद घर भेज दिया गया है। जिसमें पौड़ी ब्लॉक, यमकेश्वर ब्लॉक से एक-एक, खिर्सू ब्लॉक दो, द्वारीखाल ब्लॉक के तीन मरीज शामिल थे। अस्पताल में भर्ती कोरोना संक्रमित तीन मरीज भी स्वस्थ है। जल्द उन्हें भी अस्पताल से छुट्टी दे दी जायेगी। उन्होंने बताया कि 13 संदिग्ध अस्पताल में भर्ती है। उनकी रिपोर्ट अभी आई नहीं है। जल्द ही उनकी रिपोर्ट आने की संभावना है।